(अयोध्या)मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना की निंदा

  • 08-Oct-25 12:00 AM

-आइलाज ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एएसडीओ को सौंपकर घटना की जांच कराने की किया मांगअयोध्या 8 अक्टूबर (आरएनएस ) ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस (आइलाज)ने देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की शर्मनाक घटना की सख्त लहजे में निंदा की है और इस संबंध में महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एएसडीओ को सौपकर इस घटना की जांच कराकर जूता फेंकने वाले अधिवक्ता पर तत्काल कड़ी कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है। ज्ञापन मे केंद्र सरकार से मुख्य न्यायाधीश (सी जे आई) माननीय बी आर गवई को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने, असहिष्णुता फैलाने वालें व्यक्तियों और संगठनों से सख्ती से निपटने तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति के अधिकार की रक्षा सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त कदम उठाये जाने की भी मांग की है। आइलाज के जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा एडवोकेट ने कहा कि ऐसे कृत्य हमारे समाज में लोकतांत्रिक चेतना और नागरिक जिम्मेदारी में आई खतरनाक गिरावट को उजागर करते हैं,जब नागरिको के अधिकारों और स्वतंत्रता की हिफाजत के लिए बनी संस्थाओं का इस तरह अवमानना किया जाता है, यह न सिर्फ उनका अनादर है बल्कि हमारे लोकतंत्र के मूल स्तंभों मे जनता के विश्वास के खतरनाक क्षरण को भी दिखता है। जिला सचिव राम सिंह ने कहा कि यह कोई असहमति जताने या विरोध दर्ज करने का तरीका नहीं है बल्कि यह हमारे गणराज्य के संवैधानिक मूल्यों पर सीधा हमला है। ऐसे कृत्य देश की आजादी के बाद हासिल प्रगति को पीछे की ओर ले जा रहे हैं और न्यायपालिका जैसी संस्था की सुचिता को कमजोर करते हैं जो न्याय और कानून के शासन की आखिरी उम्मीद है।उन्होंने कहा कि हमें गहरी चिंता है कि कुछ ताकतें राष्ट्रवाद के नाम पर दरअसल देश की संस्थाओं को कमजोर करने और समाज मैं अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है। यह घटना भी जनता में भ्रम और अस्थिरता पैदा करने की सुनियोजित कोशिश लगती है ताकि लोकतंत्र और न्यायिक संस्थाओं की साख को चोट पहुंचाई जा सके। ज्ञापन देने में आइलाज के जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा, जिला सचिव राम सिंह, राम तीरथ, प्रदीप कोरी, ओम प्रकाश, बृजेश कमार, राहुल सेन, बालक राम, रमाकांत, विकास कुमार, दीपक कुमार, पंकज, दिवाकर यादव, अवधेश कुमार, मुकेश, श्याम प्रकाश सहित दर्जनों अधिवक्ता शामिल रहे।




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