(अयोध्या)राम केवट प्रसंग को देखकर डबडबाई महिलाओं की आंखें

  • 08-Oct-24 12:00 AM

-संसाधनों के अभाव में बाल कलाकारों ने किया रामलीला का मंचनमिल्कीपुर-अयोध्या 8 अक्टूबर (आरएनएस )। कहते हैं कि यदि इच्छा शक्ति हो तो पर्याप्त संसाधन के बिना ही बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है इसी का नजारा नव दुर्गा पूजा समिति कटरा के बाल कलाकारों द्वारा पेश किया गया।शारदीय नवरात्र की चौथे दिन नव दुर्गा पूजा समिति के बाल कलाकारों के द्वारा समुचित संसाधनों के अभाव में ही राम केवट प्रसंग का मंचन किया गया। प्रभु श्री राम पत्नी सीता व भाई लक्ष्मण सहित वन गमन के लिए जब गंगा के किनारे पहुंचे तो गंगा की विशालता को देखकर नदी पार करने के विकल्पों के बारे में विचार करने लगे। उसी समय केवट प्रभु श्री राम को नदी पार करने की बात करता है और प्रभु सहर्ष केवट के निवेदन को स्वीकार कर नदी पार कर लेते हैं । प्रभु राम सोचते हैं आखिर केवट को नदी पार करने का पारिश्रमिक क्या दूं तभी सीता जी प्रभु के मन की बात को जान गई और अपनी स्वर्ण अंगूठी उतार कर देने के लिए कहती हैं। पिय हिय की सिय जाननिहारी, मनि मुदरी मन मुदित उतारीघ् कहेउ कृपाल लेहि उतराई। केवट चरन गहे अकुलाई। लेकिन केवट भाव विभोर हो अंगूठी लेने से मन करता है और पुन: लौटते समय दर्शन देने की बात करता है। इस भाव विह्वल करने वाले प्रसंग को देखकर महिलाओं सहित अन्य दर्शकों की आंखें डबडबा आई। बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए इस मार्मिक मंचन को देखकर दर्शकों ने प्रशंसा करते हुए पात्रो पर खूब प्यार लुटाया। प्रभु राम का किरदार निभाने वाले अमित, लक्ष्मण का सोनू, केवट का अजय संतोष व सीता बने हरिओम को देख कर दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका मनोबल बढ़ाया।




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