(इंदौर)इंदौर के ब्रिज को लेकर सज्जन वर्मा ने लिखा गडकरी को पत्र

  • 14-Oct-24 12:00 AM

इंदौर 14 अक्टूबर (आरएनएस)।प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इंदौर के एलआईजी से लेकर नौलखा तक बनने वाले एलिवेटेड ब्रिज को निरस्त किये जाने को इंदौर को विकास से 5 साल पीछे धकेलने का आरोप लगाया। वर्मा ने इस हेतु केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की। वर्मा ने अपने पत्र में नितिन गडकरी द्वारा इंदौर के विकास के इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने को लेकर उनके मंत्रित्व काल में उनकी और गडकरी की बैठक की तस्वीर भी शेयर की। वर्मा ने लिखा कि इस एलिवेटेड ब्रिज को लेकर बकायदा फिजिकली सर्वे भी किया गया था। इंदौर के एलिवेटेड ब्रिज के टेंडर बेहद पारदर्शी तरीके से हुए थे। यह टेंडर उत्तरप्रदेश सरकार की इकाई ब्रिज कार्पोरेशन को मिला था। इसमें भ्रष्टाचार की कोई गुजाइश नहीं थी। इस एलिवेटेड ब्रिज को लेकर टेंडर होने के बाद इसका काम भी प्रारंभ हो चुका था। परन्तु पिछले दिनों मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पूरी योजना को निरस्त कर दिया। मुख्यमंत्री जी को स्थानीय नेताओं ने गुमराह किया शहर की जरूरत को नजरअंदाज कर उन्हें गलत जानकारी दी गई। जिस पर मुख्यमंत्री जी ने इसकी बजाय 7 नए ओवर ब्रिज बनाने का ऐलान कर दिया है।वर्मा ने लिखा कि इस मामले में इंदौर के ख्यातनाम इंजीनियरों ने पूरे मामले में एक रिपोर्ट बनाकर मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी दी है जिसमें उन्होंने ओवरब्रिजों के निर्माण को पूरी तरह अव्यवहारिक बताते हुए यह भी बताया कि यह सभी ओवरब्रिज ओव्हरलेप हो जाएंगे, साथ ही निकलने के लिए सर्विस रोड भी नहीं मिल पाएगी। उन्होंने लिखा कि आपने इंदौर को एलिवेटेड पूल की सौगात मात्र 7 मिनिट में ही दे दी थी। इसी के साथ जबलपुर, भोपाल, देवास के एलिवेटेड ब्रिज भी स्वीकृत किए गए थे, जो बनकर तैयार हो गए है। जबलपुर के एलिवेटेड पूल का भूमि पूजन आपके और मेरे द्वारा किया गया था। वह भी बनकर तैयार हो चुका है। इंदौर का एलिवेटेड पुल का ठेका निरस्त होता है तो मध्यप्रदेश सरकार को 35 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व नुकसान भी होगा और इंदौर शहर विकास की रफ्तार से फिर 5 साल पीछे चला जाएगा। मेरा आपसे आग्रह है कि आप इस मामले में हस्तक्षेप कर शहर के विकास को सही दिशा में ले जाने में मदद करें। मैं इस पत्र के साथ इंजीनियरों द्वारा दी गई रिपोर्ट भी आपको संलग्न कर रहा हूं। जगह-जगह पूल बनाने की बजाय एलिवेटेड पुल से शहर के ट्रैफिक को बड़ी राहत मिलेगी। अभी हमारा शहर यातायात की विभीषिका को झेल रहा है, एलिवेटेड पूल ही इसका एक मात्र समाधान है। मेरा विश्वास है कि आप इसमें दूरदर्शी निर्णय लेंगे।




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