(इंदौर)कृषि विकास में नया अध्याय लिखेगी प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- 12-Oct-25 12:00 AM
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-प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इंदौर में 30 लाख टन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध चूर्ण संयंत्र का शुभारंभ कियाप्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माना आभारइंदौर 12 अक्टूबर (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पीएम कृषि धन-धान्य कृषि योजना कृषि विकास के क्षेत्र में नया अध्याय लिखेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को इंदौर से केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा दिल्ली में आयोजित अन्नदाताओं का सम्मान, समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया और मध्यप्रदेश के इंदौर में 30 लाख टन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध चूर्ण संयंत्र का वर्चुअली शुभारंभ भी किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इंदौर और ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघों को पैक्स से जोड़े जाने को भी ऐतिहासिक बताया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश को दी गई इन सौगातों के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार माना है। केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दिल्ली से संबोधित किया।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के संबोधन का ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर से वर्चुअली श्रवण किया। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, विधायकगण श्री मधु वर्मा, श्री रमेश मेंदोला, श्री मनोज पटेल, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, श्री सुमित मिश्रा, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन, मध्यप्रदेश दुग्ध महासंघ के एमडी डॉ. संजय गोवानी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के किसानों के लिए दो बड़ी योजना - प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पीएम धन-धान्य कृषि योजना देश के कृषि विकास और इससे जुड़े सेक्टर्स में आमूल-चूल परिवर्तन लाने की दिशा में एक नया अध्याय लिखेगी। उन्होंने कहा कि देश में अब तक 10 हजार एफपीओ के अंतर्गत 50 लाख किसान सदस्यता ले चुके हैं।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण कृषि मिशन में 1 लाख किसानों का प्रमाणन, 4275 मैत्रीय का प्रमाणन, कंप्युटराइजेशन में 10 हजार से अधिक बहुउद्देशीय पैक्स को मंजूरी, डेयरी, मत्यपालन, पशुपालन, खाद्य प्रसंस्करण जैसे कई प्रकार के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इंदौर तथा ग्वालियर दुग्ध संघ में 10-10 मेट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के दुग्ध चूर्ण संयंत्र कार्यरत है। इन संयंत्रों के माध्यम से दुग्ध चूर्ण निर्माण में प्रतिदिन अधिकतम 2 लाख लीटर दूध का ही उपयोग किया जाता है। इस कारण इंदौर में एक नवीन दुग्ध चूर्ण संयंत्र स्थापना की आवश्यकता प्रतिपादित की गई। इस संयंत्र के स्थापना से वर्तमान में दुग्ध संघों को निजी संयंत्रों से कार्य कराने की आवश्यकता नहीं रहेगी। दुग्ध संघों द्वारा दूध खरीदी मूल्यों में 2.50 से 8.50 प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। श्री यादव ने कहा कि राज्य शासन द्वारा गेहूं और सोयाबीन का समर्थन मूल्य प्रतिवर्ष बढ़ाया जा रहा है, ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचे। कृषि का रकबा भी हर साल बढ़ रहा है। दुग्ध उत्पादन को आने वाले समय में 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जायेगा और मध्यप्रदेश सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाला अग्रणी राज्यों में होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी किसान भावांतर योजना में अपना पंजीयन करायें। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा। सोयाबीन भांवातर योजना अंतर्गत राशि का भुगतान समय पर किया जायेगा।इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के इंदौर में 30 लाख टन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध चूर्ण संयंत्र का वर्चुअली शुभारंभ भी किया है। साथ ही प्रदेश के इंदौर और ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघों को पैक्स से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश को दी गई इन सौगातों के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार माना।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन से जहां कम उपज वाले देश के 100 जिलों में पैदावार बढ़ाने के प्रयासों को बल मिलेगा, वहीं दालों के उत्पादन में भी तेजी आएगी। इस विशेष कार्यक्रम में कृषि और इससे जुड़े सेक्टर्स की करीब 42,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं शामिल हैं। इनसे न केवल देश के किसान भाई-बहनों के जीवन में नई खुशहाली आएगी, बल्कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी और मजबूत होगा।वर्चुअल कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव का इंदौर जिले के किसान श्री कैलाश जिराती, श्री घनश्याम पाटीदार, श्री गजानंद, श्री वासुदेव पाटीदार द्वारा आत्मीय स्वागत-अभिनंदन किया गया।
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