(इंदौर) जब उमा की खिचड़ी ने चिंता में डाला
- 06-Nov-23 12:00 AM
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इंदौर,06 नवम्बर (आरएनएस)। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के कई किस्से चर्चा में रहते हैं। इन किस्सों में फेहरिस्त में एक किस्सा है, जब उनकी दावत ने नौकरशाही को चिंता मेें डाल दिया था। दरअसल, उमा भारती तब विपक्ष में थीं। मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से और प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक थे। भाजपा ने एक तरह से उमा के चेहरे को आगे कर दिया था। इस दौरान उमा ने अक्टूबर 2003 में दशहरे के दिन प्रदेश के आला अधिकारियों के लिए एक होटल में खिचड़ी भोज का आयोजन किया। इससे नौकरशाही में असमंजस की स्थिति हो गई। उन्हें चिंता सताने लगी कि यह दावत में जाएं तो मुख्यमंत्री नाराज न हो जाएं। अधिकारियों की चिंता की बात सामने आने पर उमा ने अपने दावत के आयोजन को रद्द कर दिया। इस घटना के दो माह बाद ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और उमा भारती को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद उमा भारती ने यह खिचड़ी भोज प्रशासन अकादमी में आयोजित किया। इसमें नौकरशाह बढ़-चढ़कर शामिल हुए और मन में दिग्विजय सिंह का डर भी निकल चुका था। वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसम्बर को जारी किए गए थे। इसमें भाजपा को बहुमत मिला और पार्टी को 230 में से 173 सीटों पर जीत हासिल हुई। इसके बाद से कांग्रेस नेता कमल नाथ के छोटे कार्यकाल को छोड़ दें तो भाजपा प्रदेश में लगातार सत्ता में बनी रही है।
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