(इंदौर) मोदी मुझसे नाराज? यह दुष्प्रचार भाजपा को नुकसान पहुंचाने की चाल

  • 02-Oct-23 12:00 AM

भोपाल,02 अक्टूबर (आरएनएस)। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन की फायर ब्रांड नेता रहीं साध्वी उमा भारती को लेकर ये बातें अब विचलित कर रही हैं। उमा भारती ने एक के बाद एक पांच ट्वीट करके जो एक्स पर लिखा है वह खुद सारी कहानी बयां कर रहा है कि कुछ न कुछ बात ऐसी है कि उन्हें पहले ट्वीट में अपनी आगे से सफाई देनी पड़ी। आखिर ये माजरा है क्या? इसे समझने के लिए पहले उमा भारती का पहला ट्वीट पढि़ए जिसेमं उन्होंने कहा हे कि पीएम मोदी के बारे में कोर्ठ ऐसा महापापी ही सोच सकता है, जिन कुछ सिद्धातों पर मैं चली हूं, उससे पीएम मोदी मुझसे नाराज हो सकते हैं, ऐसा दुष्प्रचार मुझे नहीं बल्कि पीएम मोदी और भाजपा को नुकसान पहुंचाने की बहुत ही गहरी चाल है। माना जा रहा है कि महिला आरक्षण पर उमा भारती ने जिस तरह मुखर होकर उामा भारती ने 33 फीसदी महिला आरक्षण में ओबीसी वर्ग के लिए अलग से आरक्षण की मांग की है। पीएम को इस आशय का पत्र भी भेजा था, उसने पार्टी के बड़े नेताओं को असहज ही नहीं किया बल्कि विरोधियों को सवाल उठाने पर भी मजबूर कर दिया था। इसके बाद इस मामले में प्रधानमंत्री ने भोपाल की सभा में जो भाषण दिया था उसने पार्टी और सरकार की लाइन को क्लियर कर दिया। प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण पर इंडिया गठबंधन को घेरते हुए कहा था-ये लोग बौखलाए हुए हैं। ये नाया खेल खेलेंगे, यह पक्का मानिए। नारी शक्ति को बांटने की पूरी कोशिश करेंगे, नारी शक्ति एक ना हो इसलिए भांति-भांति की अफवाहें फैलाएंगे। देश की हर माता-बहन और बेटी को सावधान रहना होगा। सतर्क रहना होगा। एकजुट रहना ही होगा। माताएं बहनें एकजुट रहेंगी। मोदी के इस बयान को कुछ पार्टी नेताओं नेउमा भारती द्वारा पार्टी लाइन से बाहर जाकर दिए बयान का सीधा जवाब भी माना। कहते हैं इसी के बाद अंदरखाने चल रही नाराजगी की बात पर उमा भारती ने सोशल मीडिया पर आकर बात रखी। उमा भारती नेऐसा क्यों लिखा इस बात को लेकरभी असल कोई कारण सामने नहीं आया है, जो कयास लगाए जा रहे हैं उसमें उनके महिला आरक्षण को लेकर दिए गए बयान ही है। सोशल मीउिया प्लेटफार्म एक्स (एक्स) पर उमा भारती ने इस मामले में पांच ट्वीट किए हैं। अपने पहले ट्वीट के बाद दूसरे में उमा भारती ने कहा कि-यह सच है कि मैंने अपनी इच्छाशक्ति से ही यह निर्णय लिये थे, तिरंगे के लिए, मुख्यमंत्री की कुर्सी छोडऩा, राम मंदिर आंदोलन में भाग लेना, 1996 में महिला आरक्षण में ओबसी महिलाओं का मामला तब उठाना जब कांग्रेस और भाजपा ओबीसी आरक्षण के विरोध में एक थे। तीसरे ट्वीट में उमा भारती ने कहा-2019 से गंगा की यात्रा करते हुए गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए समाज और सरकार को उसकी जिम्मेदारी का स्मरण कराना, अगे ट्वीट में उमा भारती ने कहा कि मैंने मध्य प्रदेश में शराब वितरण नियंत्रण पर जो अभियान चलाया। मैं सीएम शिवराज सिंह की हमेशा चिर ऋणि रहूंगी किउन्होंने हमारे सुझावों को कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर लागू किया और पांचवें ट्वीट में उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर मैंने काम किया है। इन पर मेरी आस्था है। आगे भी मैं इन पर अडिग रहूंगी। अनिल पुरोहित




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