(इंदौर) 330 वर्गफुट के मकान की पार्किंग फीस 55 हजार रुपए
- 26-Oct-23 12:00 AM
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इंदौर,26 अक्टूबर (आरएनएस)। स्मार्ट सिटी क्षेत्र में भवन निर्माण करना रहवासियों के लिए चुनौत्ी बन गया है। यहां लगने वाले भारी-भरकम पार्किंग शुल्क के कारण लोग मकान बनवाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। स्मार्ट सिटी के लिए सड़क चौड़ीकरण के लिए हजारों लोगों के घर तोड़ दिए गए थै। नौ साल पहले महू नाका से राजमोहल्ला तक शहर की पहली स्मार्ट सिटी सड़क बनाने के लिए तोड़-फोड़ की गई। वर्तमान में यहां सड़क तो बन गई है, लेकिन सैंकड़ों लोग अब भी घर बनाने का इंतजार कर रहे हैं। नया पीठा में एक पुराना मकान है जिसकी साइज 11 बाय 30 फुट है। भवन मालिक अरशद खान ने बताया कि भवन अनुज्ञा के लिए निगम में आवेदन किया था। यह मकान जो प्लस टू बनाना है, जिसका पार्किंग पास करने का शुल्क 55 हजार रुपए बताई गई है। वहीं, एक दूसरे प्रकरण में 12 बाय दस वर्ग फुट के मकान के लिए 45 हजार रुपए पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है। मकान मालिकों का कहना है कि यह शुल्क चुकाना हमारे लिए मुश्किल है। नया पीठा ऐसा क्षेत्र है जहां अधिकतर पुराने मकान हैं। यहां अधिकांश गरीब तबके के लोग रहे हैं, जो कपड़ा, बर्तन सहित अन्य बाजारों की दुकानों पर काम कर जीवन यापन करते हैं। इनके लिए भवन अनुज्ञा की यह राशि चुकाना मुश्किल है। इसलिए कई लोगों ने मकान को बेचने या फिर बगैर भवन अनुज्ञा प्राप्त किए निर्माण कर रहे हैं। वहीं एक हजार वर्गफुट के भवन निर्माण हेतु 35 से 40 लाख तक का शुल्क लग रहा है। अनिल पुरोहित
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