(इंदौर) 62 साल से बड़े प्राध्यापक अब नहीं बन सकेंगे पीएचडी गाइड

  • 25-Oct-23 12:00 AM

इंदौर,25 अक्टूबर (आरएनएस)। पीएचडी को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नियमों में फेरबदल कर दिया है। अब ऐसे प्राध्याकों को गाइड नहीं बनाया जाएगा, जिनकी सेवानिवृत्ति में तीन साल शेष हैं। यूजीसी ने गाहड के िलए उम्र सीमा तय की है। 62 साल से कम उम्र वालों को पीएचडी में मार्गदर्शन के लिए शोधार्थी का गाइड बनाया जाएगा। यही वजह है कि देवी अहिल्या विवि में पीएचडी की सीट संख्या कम हो गई है, क्योंकि विभिन्न अध्ययनशालाओं में पढ़ाने वाले प्राध्यापकों की सेवानिवृत्ति नजदीक आ चुकी है। पीएचडी करने वाले शोधार्थियों को गाइड के साथ ही की-गाइड भी बताना जरूरी है। अधिकारियों के मुताबिक यूजीसी के नियम को कार्यपरिषद में रखा जाएगा। उसे अगले सत्र में लागू करेंगे। अनिल पुरोहित




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