(उमरिया)नरवाई को जलाये नही बल्कि उसका जैविक खाद बनाकर पुन: खेतो में करें उपयोग
- 03-Apr-25 12:00 AM
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उमरिया 3 अप्रैल- कृषि विज्ञान केंद्र उमरिया के कृषि वैज्ञानिक डा धनंजय सिंह ने बताया कि बहुत से किसान कार्बाइन हारर्वेस्टर से फसल की कटाई करते है तो अवशेष खेतो में पडा रह जाता है । बहुत से किसान जायद की फसल बोना चाहते है लेकिन नरवाई के कारण बो नही पाते है, जिससे किसान नरवाई में आग लगा देते है ।उन्होने बताया कि नरवाई जलाने से धुंआ निकलता है, जिससे वायुमंडल में प्रदूषण फैलता है। खेत में जैव विविधता खत्म हो जाती है और सूक्ष्म जीव जलकर खत्म हो जाते हैं। नरवाई में आग लगाने से भूमि में रहने वाले लाभकारी बैक्टीरिया, सूक्ष्म जीव जलकर नष्ट हो जाते हैं। जिसके कारण उत्पादन क्षमता कम हो जाती है।कृषि वैज्ञानिक डा धनंजय सिंह ने जिले के समस्त किसानों को सलाह दी है कि नरवाई को जलाएं नही बल्कि जैविक खाद बनाकर उसका पुन: खेतो में उपयोग करें जिससे मिट्टी को सभी पोषक तत्व मिलेगे और फसल भी अच्छी प्राप्त होगी ।
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