(एमसीबी)स्वच्छ भारत दिवस पर सम्मानित हुए स्वच्छता सेवक, स्वच्छता की मिसाल बने ग्रामीण

  • 02-Oct-25 02:12 AM

सुरेश मिनोचा =

एमसीबी,02 अक्टूबर (आरएनएस):जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलाए गए स्वच्छता ही सेवा–स्वच्छ स्वेच्छोत्सव अभियान का समापन 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस पर हुआ। इस दौरान डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और पृथक्करण कार्य में सक्रिय रूप से संलग्न स्वच्छाग्राही समूहों और स्वच्छता सेवकों को सम्मानित किया गया। कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के दिशानिर्देशन और जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन में आयोजित इस अभियान ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में जनप्रतिनिधियों, युवाओं, कर्मचारियों, अधिकारियों और ग्रामीणों की सहभागिता से गांव-गांव स्वच्छता की अलख जगाई। स्वच्छ भारत दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में ग्राम पंचायत साल्ही, चौघड़ा, नागपुर, सीरियाखोह, शंकरगढ़, बरबसपुर और लालपुर की महिलाओं को मुख्य अतिथि द्वारा साल-श्रीफल से सम्मानित किया गया। वहीं भूपेन्द्र सिंह, संतलाल साहू, भुनेश्वर पैकरा, जयदीप त्रिपाठी, मोहित हटकें, अनिल सिंह, बबन सिंह सहित कई सचिवों को भी विशेष सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम में पूर्व संसदीय सचिव चंपादेवी पावले, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजेश साहू, जनपद अध्यक्ष जानकी खुसरो, जिला सदस्य अनीता सिंह और उजित नारायण सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिमा यादव, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा, विधायक प्रतिनिधि सरजू यादव, सीईओ जनपद वैशाली सिंह, जिला समन्वयक राजेश जैन, प्रभारी ब्लॉक समन्वयक प्रभा पयासी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण स्वच्छाग्राही उपस्थित रहे।

समारोह में वक्ताओं ने कहा कि स्वच्छता सेवकों की कर्तव्य परायणता से आज गांव, चौक-चौराहे, पर्यटन स्थल और सार्वजनिक स्थान स्वच्छ दिख रहे हैं। इनके समर्पित कार्य से गंदगी जनित बीमारियों में कमी आई है और स्वच्छ वातावरण बन रहा है। स्वच्छता सेवकों के इस योगदान को वंदनीय बताते हुए सभी ने उनके निरंतर सहयोग और समर्पण की सराहना की। कार्यक्रम में यूजर चार्ज को लेकर भी जनजागरूकता का आह्वान किया गया। कहा गया कि डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और पृथक्करण के सतत क्रियान्वयन के लिए हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह 10 से 20 रुपये मासिक यूजर चार्ज अवश्य अदा करे, जिससे स्वच्छता सेवकों को नियमित प्रोत्साहन राशि मिल सके। साथ ही यह भी बताया गया कि ग्राम पंचायतों को 15वें वित्त आयोग के टाइड ग्रांट की 30 प्रतिशत राशि स्वच्छता पर व्यय करनी होगी और शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक पंचायत में संलग्न स्वच्छता सेवकों को मासिक प्रोत्साहन देना अनिवार्य है। स्वच्छ भारत दिवस पर हुए इस आयोजन ने स्वच्छाग्राहियों के मनोबल को ऊँचा उठाया और ग्रामीणों को यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सेवा नहीं बल्कि समाज का कर्तव्य है।




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