
(एमसीबी) महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न
- 16-Sep-25 01:17 AM
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*आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के भविष्य की नींव है वहां स्वच्छता और सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा...लक्ष्मी राजवाड़े*
*सुपरवाइजर सुनिश्चित करें कि प्रत्येक सेक्टर के छ.ग. महिला कोष की वसूली*
*सुपरवाइजर एवं प्रवेक्षक सुनिश्चित करें निर्धारित समय पर खुले और बंद हो आंगनबाड़ी*
सुरेश मिनोचा =
एमसीबी,16 सितंबर (आरएनएस): महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंती सिंह, कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम शर्मा, अपर कलेक्टर नम्रता डोंगरे की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में जिले की महिला एवं बाल विकास विभागीय योजनाओं की गहन समीक्षा की। इस बैठक में उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि यह केवल एक भवन या केंद्र नहीं, बल्कि बच्चों के स्वस्थ भविष्य की नींव है। उन्होंने अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी हमेशा साफ-सुथरी और सुरक्षित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत, स्वच्छ छत्तीसगढ़ का सपना तभी साकार होगा जब हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण देंगे। मंत्री राजवाड़े ने कहा कि बच्चों को रोजाना नहलाकर, साफ कपड़े पहनाकर आंगनबाड़ी भेजने की प्रेरणा उनकी माता-पिता को देनी होगी। बच्चों की स्वच्छता और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी केवल परिवार की ही नहीं, बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भी है। उन्होंने चिंता जताई कि कई जगह आंगनबाड़ी केंद्रों के बाहर गंदगी के कारण सांप-बिच्छू जैसे खतरनाक जीव-जंतु दिखाई देते हैं, जिससे कभी-कभी गंभीर घटनाएं हो जाती हैं। ऐसे हादसों से बचने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के बाहर की साफ-सफाई को लेकर सर्वाेच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने सुपरवाइजरों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में समय पर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करें और जहां भी कमी नजर आए, तत्काल सुधार की कार्यवाही करें। प्रत्येक क्षेत्र में जहां 20-30 आंगनबाड़ी केंद्र आते हैं, वहां निगरानी की व्यवस्था मजबूत की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी केंद्र की उपेक्षा न हो। बच्चों के अभिभावकों को भी जागरूक करने और पोषण एवं पालन-पोषण की ट्रेनिंग दिलाने पर उन्होंने जोर दिया। मंत्री राजवाड़े ने कहा कि बच्चों को मिलने वाले भोजन में पोषण का विशेष ध्यान रखा जाए और सप्ताह में कम से कम दो से चार दिन ‘मुनगा पत्ती’ की सब्जी या उसको दाल के साथ अनिवार्य रूप से परोसी जाए, क्योंकि इसमें कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी निभानी होगी कि हर बच्चा पोषण योजनाओं का सही लाभ ले और उनके माता-पिता भी इस दिशा में जागरूक बनें। बैठक में मंत्री राजवाड़े ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना का लाभ केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों को मिलना चाहिए और इसमें विवाहिता महिलाओं को शामिल न किया जाए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष संभाग स्तर पर सामूहिक कन्या विवाह का आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे। इसके अलावा महिला कोष ऋण योजना और स्व-सहायता समूहों के लिए दिए जाने वाले ऋण की सही उपयोगिता की जानकारी लेने और समय पर ऋण राशि जमा कराने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने ‘सक्षम योजना’ के तहत मिलने वाली राशि केवल विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को दिए जाने पर जोर दिया और मुक्त बाल विवाह की रोकथाम, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को पूरी मजबूती से धरातल पर उतारने का निर्देश दिया। मंत्री राजवाड़े ने प्रवेक्षक अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि केंद्रों में स्वच्छता, सुरक्षा, पोषण और शिक्षा से संबंधित सभी गतिविधियाँ निर्धारित मानकों के अनुसार संचालित हो रही हैं या नहीं। प्रवेक्षक स्तर पर होने वाली लापरवाही की स्थिति में संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
उन्होंने ‘महतारी वंदन योजना’ का लाभ पात्र हितग्राहियों तक सही तरीके से पहुंचाने के लिए विशेष रणनीति बनाने को कहा। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी बड़े-बड़े बाजारों और चौक-चौराहों पर फ्लेक्स और होर्डिंग के माध्यम से दी जाएं, जिनमें हेल्पलाइन नंबर भी स्पष्ट रूप से अंकित हों ताकि जरूरतमंद महिलाएं और बालिकाएं सीधे लाभ प्राप्त कर सकें। मंत्री राजवाड़े ने अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि आज हम सभी विकसित छत्तीसगढ़ की दिशा में काम कर रहे हैं और यह तभी संभव होगा जब महिला और बाल विकास विभाग की योजनाओं को पूरी पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ प्रत्येक पात्र हितग्राही तक पहुंचाया जाएगा। समीक्षा बैठक में विशेष सहायक श्रीमती रोहित तेम्भुकर, विशेष कर्तव्य अधिकारी ओम प्रकाश वर्मा, संयुक्त संचालक दिलदार सिंह मरावी, निजी सहायक, ओम प्रकाश राजवाड़े, विकास सिन्हा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती इंदिरा मिश्रा, एसडीएम लिंगराज सिदार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजेश साहू, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अनीता सिंह, जमुना प्रसाद पाण्डेय भाजपा प्रवक्ता, वीरेन्द सिंह राणा नगर पालिका अध्यक्ष नई लेदरी, प्रतिमा यादव नगर पालिका अध्यक्ष मनेन्द्रगढ़, जिला पंचायत सदस्य अनीता चौधरी, विनिती अग्रवाल जनप्रतिनिधि, उप पुलिस अधीक्षक तरसिला टोप्पो के साथ-साथ प्रवेक्षक अधिकारी, विभागीय अधिकारी, सुपरवाइजर के साथ-साथ जनप्रतिनिधि और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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