(कवर्धा) भोरमदेव मंदिर परिसर से ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरुआत, स्वच्छता को जीवन का संस्कार बनाने का संदेश

  • 17-Sep-25 12:59 PM

कवर्धा, 17 सितंबर 2025(आरएनएस): भोरमदेव मंदिर परिसर में श्रमदान कर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरुआत की गई। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने स्वच्छता को केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन का संस्कार बताते हुए स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक जिले के हर कोने में ‘‘स्वच्छोत्सव’’ की थीम पर संचालित किया जाएगा।

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मंदिर परिसर की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया गया। उप मुख्यमंत्री ने बोड़ला जनपद पंचायत अध्यक्ष बलका राम किनकर को 600 परिवारों के लिए व्यक्तिगत शौचालय निर्माण हेतु 72 लाख रुपये की राशि का स्वीकृति पत्र सौंपा। साथ ही स्वच्छता अभियान में विशेष योगदान देने वाली स्वच्छग्राही दीदियों को सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।

कार्यक्रम के दौरान नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई और बताया गया कि गांधीजी के सपनों का भारत तभी बनेगा जब स्वच्छता को हर व्यक्ति अपनाएगा। महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर तक जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक स्वच्छता से जुड़े आयोजन होंगे।

मौके पर मौजूद लोगों ने सामूहिक श्रमदान कर मंदिर परिसर को साफ करने में योगदान दिया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, पंच-सरपंच और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में शामिल रहे।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर सेवा कार्यों को समर्पित करते हुए यह अभियान शुरू किया गया है। भोरमदेव परिसर और तालाब क्षेत्र में विशेष सफाई की गई। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में काम कर रहीं महतारी दीदियों का योगदान सराहनीय है, जिनकी प्रेरणा से गांवों में स्वच्छता की नई सोच विकसित हो रही है।

उन्होंने अपील की कि लोग घरों से निकलने वाले कचरे को इधर-उधर फेंकने की आदत छोड़ें और गांव-गांव में चल रहे स्वच्छता रिक्शा में कचरा डालने की आदत बनाएं। उन्होंने कहा कि जन सहयोग से ही स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है।

कार्यक्रम में यह जानकारी भी दी गई कि केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव मंदिर और आसपास के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 146 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना से भोरमदेव कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। परियोजना से जुड़े कार्यों की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बताया कि जिले में 5748 महिला स्वच्छग्रही कार्यरत हैं, जो 958 गांवों में स्वच्छता अभियान को गति दे रही हैं। ये दीदियां कचरा संग्रहण, सेग्रीगेशन और आजीविका से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय हैं। बोड़ला विकासखंड के सारंगपुर कला गांव में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित है, जहां मानव मल को खाद में परिवर्तित किया जा रहा है। यह जिले में स्वच्छता की दिशा में एक नई पहल है।

कलेक्टर ने कहा कि बाबा भोरमदेव के पवित्र स्थल से शुरू हुआ यह अभियान जन आंदोलन का रूप लेगा और जिले के हर नागरिक की भागीदारी से कबीरधाम को स्वच्छ और हरा-भरा बनाए रखने का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा।




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