(कवर्धा) समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने पर ही योजनाओं का लक्ष्य होगा सफल - अध्यक्ष नेहरू राम निषाद

  • 15-Oct-25 02:17 AM

0 छ. ग. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू राम निषाद ने जिले में विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
0 जाति प्रमाण पत्रों के त्वरित निराकरण पर हो जोर, आवेदकों को न हो परेशानी
0 किसानों को उद्यानिकी फसलों से जोडऩे व मछुआ समितियों को सक्रिय करने के दिए निर्देश
कवर्धा, 15 अक्टूबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष  नेहरू राम निषाद ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला प्रशासन के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रगति की समीक्षा की। बैठक में आयोग की उपाध्यक्ष  चंद्रकांति वर्मा, कलेक्टर  गोपाल वर्मा व सचिव  संकल्प साहू शामिल हुए।
अध्यक्ष निषाद ने अधिकारियों से कहा कि सरकार की जनहितैषी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। योजनाओं का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब इनका सफल और प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर तक होगा। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति के नए सोपान तय कर रही है। आज हम दस वर्षों के भीतर पूरे विश्व में नौंवे से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हुए हैं। विकसित भारत के संकल्प के साथ हम कार्य कर रहे हैं। जिसमें गरीब, युवा, नारी शक्ति और किसानों में आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष फोकस है। इनके विकास पर केंद्रित योजनाओं और नीतियों का निर्माण और निष्पादन किया जा रहा है। ताकि आर्थिक विकास को और रफ्तार दी जा सके।
अध्यक्ष  निषाद ने बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, मछली एवं पशुपालन विभाग के योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र निर्माण के बारे में राजस्व अधिकारियों से जानकारी लेते हुए कहा कि आवेदकों को जाति प्रमाण पत्र बनाने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए। यदि दस्तावेजों में कमी या तकनीकी दिक्कत है तो आवेदकों को उसकी सूचना कर प्रमाण पत्र बनवाएं जाएं। अध्यक्ष  निषाद ने जिले सहकारिता से दुग्ध उत्पादन की संभावनाओं के विस्तार पर भी पशु पालन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिले के पशुपालकों के लिए एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार किया जाए जिससे वे सहकारिता के साथ-साथ डेयरी उत्पादन से व्यापक स्तर पर जुड़ सकें। यह किसानों और पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बनेगा।
उपाध्यक्ष  चंद्रकांति वर्मा ने कहा कि जिले में विभागीय योजनाओं की प्रगति को बेहतर बनाने के लिए विभाग प्रमुख अपने अमले के कामों की नियमित मॉनिटरिंग करें। हमें लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए कार्य कारण है। यह तभी संभव होगा जब योजनाओं का लाभ लक्षित हितग्राहियों को मिले।  कलेक्टर  गोपाल वर्मा ने बताया कि जिले में शासन के मंशानुरूप जिले में हितग्राहियों को बुनियादी सुविधाओं से जोडऩे के साथ किसानों के आय संवर्धन के लिए कार्य किया जा रहा है। शासन के फ्लैगशिप योजनाओं के साथ अद्योसंचरना विकास के कार्यो को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। बैठक में अपर कलेक्टर नरेंद्र पैकरा,  विनय पोयाम, डिप्टी कलेक्टर आर.बी. देवांगन, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग  एलपी पटेल, सर्व एसडीएम सहित जिले के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मछली पालन हेतु समितियों को करें सक्रिय
पिछड़ वर्ग आयोग के अध्यक्ष  निषाद ने मत्स्य विभाग के तहत योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने जिले गठित मछुआ समितियों के द्वारा किए जा रहे मछली पालन कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी समितियों को सक्रिय करें। केंद्र और राज्य सरकार मछली पलकों के आय संवर्धन के लिए कई योजनाएं चला रही हैं।  केंद्र सरकार की इन योजनाओं का लाभ ज्यादातर दूसरे प्रदेश के लोग ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मछली उत्पादन के लिए प्रचुर संभावनाएं हैं, ऐसे में हमारा प्रयास हो कि समितियों को सक्रिय करते हुए स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक संख्या में इन योजनाओं से जोड़ा जा सके। जिससे समितियों की आर्थिक स्थिति उन्नत होने के साथ अर्थव्यवस्था में योगदान को बढ़ाया जा सके।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ उद्यानिकी फसल लेने किसानों को करें प्रोत्साहित
अध्यक्ष निषाद ने किसानों को परंपरागत कृषि के साथ ही जिले में उद्यानिकी और व्यवसायिक कृषि को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए विभाग द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से किसानों के मार्गदर्शन को आवश्यक बताते हुए कहा कि जिले में मिट्टी का प्रकार और जलवायु के अनुसार कौन सी फसल किसानों के लिए फायदेमंद होगी इस पर कार्ययोजना तैयार करते हुए किसानों को इससे जोडऩे के निर्देश दिए।
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