(कुमारधुबी)एमपीएल कामगार यूनियन की बैठक में उठी श्रमिकों की आवाज
- 14-Jul-25 12:00 AM
- 0
- 0
-पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपने का निर्णय, आंदोलन की दी चेतावनीकुमारधुबी 14 जुलाई (आरएनएस)। निरसा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुमारधुबी स्थित गुरुदास भवन पार्टी कार्यालय में सोमवार को एमपीएल कामगार यूनियन की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक यूनियन के सचिव महेश मंडल की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें यूनियन के अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक अरूप चटर्जी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक में एमपीएल के अधीन कार्यरत विभिन्न कंपनियों के सैकड़ों कामगार शामिल हुए और अपने विचार, अनुभव एवं समस्याएं साझा कीं। बैठक में यूनियन ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि एमपीएल प्रबंधन द्वारा पिछले वर्ष अपने स्थायी कर्मचारियों को बोनस के रूप में उपहार प्रदान किया गया था, लेकिन उसी कंपनी के अधीन कार्यरत अन्य कंपनियों के कामगारों को इस सुविधा से वंचित कर दिया गया। इस भेदभावपूर्ण रवैये से श्रमिकों में व्यापक असंतोष उत्पन्न हो गया है। यूनियन के सचिव महेश मंडल ने कहा कि यह केवल अन्याय नहीं, बल्कि श्रमिकों के साथ खुला धोखा है और अगर समय रहते इसे सुधारा नहीं गया, तो कामगार मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एमपीएल कामगार यूनियन की ओर से प्रबंधन को एक पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जाएगा, जिसमें श्रमिकों के अधिकारों और आवश्यकताओं को लेकर गंभीर मांगें रखी जाएंगी। इस मांग पत्र में प्रमुख रूप से दुर्गा पूजा के अवसर पर 8.33 प्रतिशत बोनस को बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की मांग की गई है। साथ ही उन कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की मांग भी उठाई गई है, जिनका वेतनमान ?21,000 से अधिक है और जिनका नाम ईएसआई में दर्ज नहीं है। यूनियन ने इंडवेल कंपनी द्वारा कर्मचारियों के पीएफ के नाम पर मनमानी को भी उजागर किया, जिसमें ?15,000 के बेसिक वेतन पर पीएफ फिक्स कर दिया गया है, जबकि नियमानुसार वर्तमान मूल वेतन का 12 प्रतिशत पीएफ काटा जाना चाहिए। इसके साथ ही सभी कामगारों को पदोन्नति देने और रात्रि पाली में काम करने वाले श्रमिकों को उचित रात्रि भत्ता प्रदान करने की भी मांग की गई है।यूनियन ने यह चेतावनी दी है कि यदि आगामी 15 दिनों के भीतर कंपनी प्रबंधन द्वारा इन मांगों पर सकारात्मक और ठोस पहल नहीं की जाती है, तो यूनियन अनिश्चितकालीन गेट जाम और टूल डाउन आंदोलन प्रारंभ करने को बाध्य होगी। इस संभावित आंदोलन की समस्त जिम्मेदारी एमपीएल प्रबंधन की होगी, क्योंकि श्रमिकों की सहनशीलता की लगातार परीक्षा ली जा रही है और अब वे चुप रहने को तैयार नहीं हैं। इस बैठक में बड़ी संख्या में यूनियन पदाधिकारी एवं श्रमिक प्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रमुख रूप से बिहार कामगार यूनियन के नेता आगम राम, टुनटुन मुखर्जी, केशव तिवारी, चंदन मंडल, दिगंबर तिवारी, प्रभु सिंह, मनोज मंडल, हराधन बाउरी, शंभू सिंह, शमीम अथर, बाँकीम दास, आनंद महतो, विकास सिंह, फिरोज, तुलसी तिवारी, शंकर लोहार, सुब्रत तिवारी, मुन्ना यादव, रंजीत दे, दीपक मंडल, सिकंदर ठाकुर, मनोज सरकार, संजय दुबे, गौतम बॉस सहित अन्य लोग बैठक में उपस्थित रहे।
Related Articles
Comments
- No Comments...