(कुशीनगर) अनाचार बढऩे पर धर्म की स्थापना हेतु होता है भगवान का अवतार:- आचार्य त्रिभुवन पांडेय

  • 26-Sep-25 12:00 AM

----- जनपद के फाजिलनगर के लवकुश पश्चिम पट्टी पाण्डेय टोला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा।कुशीनगर, 26 सितम्बर (आरएनएस)। जनपद केफाजिलनगर के लवकुश पश्चिम पट्टी, पाण्डेय टोला में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में काशी से पधारे कथा वाचक आचार्य त्रिभुवन पांडेय ने कहा कि जब पृथ्वी पर अनाचार, अत्याचार और अधर्म बढ़ता है, तथा ब्राह्मणों, गायों, देवताओं और सज्जनों पर अत्याचारी जन पीड़ा पहुंचाते हैं। तब धर्म की स्थापना के लिए भगवान स्वयं अवतार लेते हैं।उन्होंने कंस के अत्याचारों का वर्णन करते हुए बताया कि जब कंस ने अपनी सज्जन प्रजा को पीडि़त करना प्रारंभ किया। तब दीन-दुखियों की पुकार को सुनकर भगवान ने पृथ्वी का उद्धार किया और समाज में प्रेम, समरसता व धर्म की पुन: स्थापना की। उन्होंने दुष्टों के संहार की कथा को विस्तृत रूप से वर्णित किया।इस अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में दुलारी देवी एवं उनके पति छांगुर प्रजापति सहित मीना देवी-बसंत प्रजापति, मीना देवी-मनोज प्रजापति, शिवकली देवी-जवाहर प्रजापति, कौशली देवी, हीरा प्रजापति, नथुनी, मोतीलाल, नगीना, ग्राम प्रधान अनिल प्रजापति, इंद्रजीत मिश्र, राणा प्रताप मिश्र, दुर्गेंद्र पांडेय, ज्ञान प्रकाश पांडेय, आनंद पांडेय, रिंकु मिश्र, सिद्धेश्वर मिश्र समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।




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