(कुशीनगर) जनपद में खाद न होने से समितियों व कृषक केन्द्रो के चक्कर काट रहे किसान

  • 22-Nov-24 12:00 AM

कुशीनगर, 22 नवम्बर (आरएनएस)। जनपद में डीएपी और एनपीके खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। समितियों पर खाद न होने से गेहूं व सरसों की बुआई प्रभावित हो रही है। किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। बीते कई दिनों से समितियों पर डीएपी और एनपीके खाद की किल्लत चल रही है। इससे किसानों को खाद के लिए समितियो का चक्कर लगाना पड़ रहा है। समितियों पर खाद न होने से संनाटा पसरा है। जो किसान पहुंचते हैं उनको मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारी एक-दो दिन में खाद की किल्लत दूर होने की बात कह रहे हैं।बताते चलें कि जनपद के पडरौना, हाटा, कसया, कप्तानगंज, रामकोला, खड्डा, तमकुही तहसील में सहकारी समितियों पर खाद, बीज उपलब्ध नहीं है। हाटा तहसील क्षेत्र के सकरौली, देवरिया देहात, पटना मिश्रौली सहित अन्य समितियों पर ताले लटक रहे हैं। तो वहीं कसया तहसील के कुरमौटा मंझरिया, नरकटिया, परसौना बुजुर्ग, रामनगर समेत अन्य समितियो पर भी खाद न होने से क्षेत्र के किसान गेहूं, सरसों, गन्ना, मसूर आदि फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। खड्डा क्षेत्र में सिसवा गोपाल, गेठियहवा, भुजौली, मठिया, छितौनी, भुजौली, पडऱही, रामपुर बांगर, खड्डा कला व भैंसहा सहित दर्जनों सरकारी समिति हैं। इस पर भरपूर मात्रा में डीएपी, एनपीके, यूरिया, बीज आदि उपलब्ध नहीं है। हालांकि भैंसहा को छोड़ सभी समितियां चल रही हैं। भैंसहा समिति लगभग दो साल से बन्द है। किसान रामअशीष सिंह, अरुण सिंह बद्रीनारायण शुक्ला, मोहन सिंह, पवन पटेल, राम मनोहर सहित अन्य किसानों का कहना है कि समितियों पर भरपूर मात्रा में खाद, बीज उपलब्ध नहीं है। इससे खेती कार्य करने में काफी दिक्कत हो रही है। इस संबंध में पूछे जाने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता नीरज गोंड ने बताया कि जिलाधिकारी के प्रयास से जिले को खाद मिली है। प्राइवेट खाद जिले की अधिकांश समितियों को मुहैया कराया गया है। जिले को मिले 300 मीट्रिक टन डीएपी खाद के अलावा आईपीएल व यू एच आर एल खाद को समितियों को भेजी जा रही है। किसानों को खाद के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। डिमांड भेजी गई है। जल्द ही खाद की बड़ी खेप जिले को मिलने वाली है।




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