(कुशीनगर) मथौली नगर पंचायत में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई 37 लाख की परियोजना

  • 22-Oct-24 12:00 AM

---- पथ प्रकाश वे पर अतिक्रमण, नगर प्रशासन मौन।---- वार्ड नंबर 12 में व्यापारिक क्षेत्र में सुंदरीकरण एवं पथ प्रकाश का मामला।कुशीनगर, 22 अक्टूबर (आरएनएस)। जनपद के नगर पंचायतों, नगर पालिकाओ में सुंदरीकरण व पथ प्रकाश की व्यवस्था से लैस करने के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर नगर को सुंदर बनाने का कार्य कर रही है। लेकिन जिम्मेदारों की मिली भगत से परियोजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। मथौली नगर में मुख्य चौराहे पर व्यापारिक क्षेत्र में सुंदरीकरण एवं पथ प्रकाश के लिए शासन से मिले धनराशि का खूब बंदरबांट हुआ है। जिससे यह परियोजनाएं भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है।नगर पंचायत मथौली के वार्ड नंबर 12 सरदार भगत सिंह में हाटा–कप्तानगंज मार्ग पर हनुमान मंदिर चौराहे पर व्यापारिक क्षेत्र का सुंदरीकरण एवं पथ प्रकाश के लिए मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत 37,57,294 रुपए की लागत से कार्य कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक निर्माण कार्य में मानक की अनदेखी कर केवल प्लाजा बालू व मिट्टी डालकर इंटर लॉकिंग कर दिया गया है। इसकी शिकायत मिलने पर चेयरमैन ने जेई के साथ मौके से पहुंचकर इंटर लॉकिंग को उजाड़ कर देखा तो मानक के विपरित मिला। लेकिन कार्यवाई जस की तस बनी हुई है। जिसके चलते आज ये व्यापारिक क्षेत्र भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है। इंटरलॉकिंग धंस गया है। झाड़ झखाड़ से पट गई है। इतना ही नहीं उक्त पथ प्रकाश पर अतिक्रमण फैल गया है। निर्माण के बाद आज तक पथ वे से गुमटी नहीं हटाए जाने के कारण वहां इंटरलॉकिंग अधूरा है। लेकिन इस परियोजना का पूरा भुगतान कर दिया गया है। गुमटी, ठेला व दुकानदार अतिक्रमण कर लिए है। जिससे नगर की सुंदरता बद सूरत हो गई है।इनसेट-- रटी–रटाई तक सीमित रहता है नगर पंचायत के जिम्मेदारों का बयान-- नगर पंचायत मथौली में भ्रष्टाचार की जड़े फैलने लगी है। यहां नाली व सीसी रोड निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग का मामला भी संज्ञान में आ चुका है। इस संबंध में नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों से बात की जाती है तो वे लोग इतना रटी–रटाई बात तो जरूर कह देते कि जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। लेकिन कार्रवाई कब होती है किसी को पता नहीं रहता है।




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