(कुशीनगर) 30 वर्षो के बाद 28 अक्टूबर शनिवार को दुर्लभ योग में लग रहा है चंद्रग्रहण-- जगन्नाथ त्रिपाठी

  • 27-Oct-23 12:00 AM

कुशीनगर, 27 अक्टूबर (आरएनएस)। इस वर्ष शनिवार 28 अक्टूबर को लगने वाला चन्द्र ग्रहण 30 वर्षों के बाद दुर्लभ योग गज केसरी योग में लग रहा है। गज केसरी योग चन्र्दमा और गुरु के सहयोग से बनता है।उक्त बातें ज्योतिषाचार्य जगन्नाथ त्रिपाठी ने एक भेंट के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि चन्द्रग्रहण शनिवार 28 अक्टूबर 2023 को लगभग रात्रि 1 बजकर 5 मिनट से 2 बजकर 23 मिनट तक रहेगा जो कि अश्विन नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। यह चन्द्रग्रहण मेष, वृष, कन्या, मकर राशि वालों के लिए हानिकारक अशुभ फल देने वाला है और वहीं सिंह, तुला, धनु, मीन राशि की बात करें तो इन राशि के लिए सामान्य मध्य जैसा रहेगा। मतलब बहुत कोई हानि या लाभ देने वाला नहीं है और वही मिथुन, कर्क, वृश्चिक, कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण का दर्शन करने से भी किसी प्रकार की कोई हानि नहीं मानी जाएगी इन राशि वालों के लिए यह चन्द्रग्रहण शुभ रहेगा। चन्द्रग्रहण में उपाय की बात करें तो जिन लोगों को ग्रहण दृश्य निषेध लिखा हुआ है वह लोग नमक, चावल, तेल, मीठा, लोहा, काला कपड़ा और दक्षिण का दान करें कोई पूजा पाठ तंत्र, मंत्र, यंत्र, नारायण कवच, राम रक्षास्तोत्र, लक्ष्मी कवच, करने से बहुत ही लाभप्रद होगा ग्रहण के बाद गाय के दूध में खीर बनाकर छत पर रख देवे और सुबह भगवान शालिग्राम को भोग लगाकर उसे प्रसाद को परिवार सहित पावे यह उतना ही पुण्य होगा और स्वास्थ्य की रक्षा की प्राप्ति होगी। चंद्र ग्रहण के करीब 9 घंटे पूर्व ही सूतक लग जाता है। परंतु गुरु वचनानुसार 4 घंटे पूर्व भी होता है। लगभग रात्रि 9:00 बजे सूतक लग जाएगा। सूतक के समय पर मंदिर का दर्शन, शयन, भोजन आदि नहीं करना चाहिए लेकिन यह नियम बालक, वृद्ध, रोगी के लिए नहीं लागू होते हैं।




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