(कोरबा) सांस्कृतिक मूल्यों को संभाले युवा शक्ति - मंजू

  • 03-Oct-25 01:14 AM

0 सेवा पखवाड़ा पर ग्राम्य भारती विद्यापीठ में आयोजन
कोरबा, 03 अक्टूबर (आरएनएस)। राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत सह सेवा प्रमुख मंजू दुबे ने कहा है वर्तमान में सांस्कृतिक मूल्य का संरक्षण और युवाओं का भटकाव सबसे बड़ी चुनौती है। परिस्थितियों को ठीक करने का दायित्व युवा शक्ति का ही है और उसे अपनी भूमिका को भली भांति समझने के साथ इसका निर्वहन करना होगा। शासकीय ग्राम्य भारती विद्यापीठ कॉलेज हरदी बाजार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर संचालित सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मंजू दुबे मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवाओं के लिए कहा था की उठो, जागो और तब तक ना रुको, जब तक की लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा व्यक्ति निर्माण के साथ-साथ सामाजिक जनजीवन और दूसरे मूल्य के लिए किए जा रहे कार्यों को उद्मृत करते हुए कहां की युवाओं को जब प्रेरणा मिलती है तो वह सही दिशा में उन्मुख होते हैं और अपनी सबसे सही भूमिका को निभाते हैं। उनका कहना था कि स्वामी विवेकानंद ने जिन विचारों का प्रतिपादन किया था उन्हीं को आधारभूत तत्व मानते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक अपना काम कर रहे हैं। समाज जीवन से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में जिस प्रकार की विडंबना और विकृति बनी हुई है उसे कैसे दूर किया जाए, इस बारे में भी युवा शक्ति को विचार करने के साथ अपना दायित्व करना होगा। उन्होंने इस बात को भी कहा कि देश में जब सशक्त नेतृत्व होता है तो बहुत सारी चीज बेहतर होती हैं और फिर आगे के रास्ते आसान होते हैं। खुशी इस बात की है कि भारत सभी क्षेत्रों में लगातार उन्नति कर रहा है और वह विश्व पटल पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज किए हुए हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी ने प्रतिवेदन दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य , प्राध्यापक और विद्यार्थी शामिल हुए।
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