
(कोरबा) दीपावली के पहले कोयला कर्मियों को मिलेगा 85 हजार बोनस
- 09-Oct-23 12:00 AM
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कोरबा 09 अक्टूबर (आरएनएस)। लगभग आठ घंटे तक चली बैठक के बाद आखिरकार कोयला कर्मियों के परफारमेंस लिंक्ड रिवार्ड बोनस पर प्रबंधन व श्रमिक संघ प्रतिनिधियों के मध्य सहमति बन गई। इस बार 85 हजार रूपये बोनस प्रदान किया जाएगा, जो पिछले बार से 8,500 रूपये अधिक है। आगामी 21 अक्टूबर को कोयला कर्मियों के खाते में गणना कर राशि जमा करा दी जाएगी।साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल समेत कोल इंडिया से संबद्ध अन्य कंपनी में कार्यरत 2,30 लाख कर्मचारियों के बोनस निर्धारण के लिए लोधी रोड नई दिल्ली कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने अधिक लाभ होने की बात कह 1.25 लाख रूपये बोनस देने का प्रस्ताव प्रबंधन के समक्ष रखा। इस पर प्रबंधन ने असमर्थता जताते हुए 79,500 रूपये तक देने की बात कही। दोपहर भोजन अवकाश तक दोनों पक्ष के मध्य सहमति नहीं बन सकी। प्रबंधन के प्रस्ताव को श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने खारिज कर दिया। उनका कहना था कि पिछली बार चार हजार की वृद्धि हुई थी, इस बार इससे कम स्वीकार नहीं होगा। दोपहर बाद पुन: शुरू हुई बैठक में काफी गहमागहमी के बाद आखिरकार देर शाम 85,000 रूपये पर सहमति बनी। यह राशि पिछले वार की अपेक्षा 85,500 रूपये ज्यादा है।यहां बताना होगा कि कोयला कर्मियों को दुर्गा पूजा के पहले बोनस देने परंपरा रही है। इस बार 15 अक्टूबर से नवरात्र पर्व शुरू हो रहा है और 24 अक्टूबर को दशहरा है। इसके पहले ही कोल इंडिया प्रबंधन ने बैठक कर बोनस पर निर्णय लिया। बैठक में प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया के डीपी विनय रंजन, डीएफ देबाशीष नंदा, बीसीसीएल के सीएमडी एस दत्ता, एमसीएल के डीपी केशव राव, सीसीएल के डीपी हर्ष नाथ मिश्र, सीएमपीडीआइ के डीटी शंकर नागाचारी, एनसीएल के डीपी मनीष कुमार, ईसीएल के डीपी,स्वाइंन, एससीसीएल के निदेशक एन बलराम मौजूद रहेंगे। वहीं श्रमिक संगठन में बीएमएस के सुधीर एच घुरड़े, मजरूल हक अंसारी, एचएमएस से शिवकांत पांडेय, एटक के रमेंद्र कुमार और सीटू के डीडी रामानंदन शामिल होंगे। इस बैठक में इंटक के प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया है। वहीं कोल इंडिया चेयरमैन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।हिंद मजदूर सभा एचएमएस के महामंत्री व जेबीसीसीआइ सदस्य नाथूलाल पांडे दिल्ली में आयोजित बैठक में शामिल नहीं हो सके। पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्यगत कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके, पर अन्य साथियों ने बेहतर बोनस समझौता किया है। प्रबंधन के समक्ष ज्यादा राशि की मांग रखी गई थी, पर अंतत: 85 हजार पर सहमति बनी, जो पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अधिक है। बैठक में श्रमिक संघ प्रतिनिधियों ने कोयला खदान में कार्यरत ठेका मजदूरों के बोनस पर भी प्रमुखता से चर्चा की। बीएमएस नेता मजरूल हक अंसारी ने बताया कि पहले ठेका मजदूरों के संदर्भ में प्रबंधन से वार्ता की गई। इस पर प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि कोल इंडिया से संबंद्ध सभी कंपनियों के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सीएमडी के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा। इस पर श्रमिक संघ के साथ लिखित में समझौता भी हुआ। उन्होंने कहा कि संभवतरू 19 अक्टूबर को इस मु्द्दे पर बैठक होगी और दीपावली के पहले बोनस प्रदान कराने का प्रयास किया जाएगा। कोयला कर्मियों के बोनस में लगातार बढ़ोत्तरी होती रही और 17 साल की अवधि में यह राशि 85 हजार पहुंच गई। बात वर्ष 2007 से करें, तो इस दौरान कर्मियों को मात्र छह हजार रूपये बोनस के रूप में दिया गया। इसके बाद 2008 में 8350, वर्ष 2010 में 15 हजार दिया गया। वही वर्ष 2011 में छह हजार की बढ़ोत्तरी हुईए तो वर्ष 2013 व 2015 में 8500 रूपये की बढोत्तरी हुई, इसके बाद तीन से चार हजार की बढ़ोत्तरी हुई। अब एक बार फिर वर्ष 2023 में 8500 रूपये की बढ़ोत्तरी की गई।
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