(धमतरी) दीपावली पर्व पर शासन कर्मचारियों को अग्रिम वेतन भुगतान के निर्देश
- 16-Oct-25 03:22 AM
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0 154 ग्रामों का विजन - 2030 तय
0 गांधी-शास्त्री जयंती पर ग्राम सभाएं पहुंचकर कलेक्टर ने सुनी गांवों की धड़कन
0 आकांक्षाएँ बनेंगी योजनाओं का हिस्सा
कोरिया 03 अक्टूबर 2025/ भारत सरकार के महत्वाकांक्षी आदि कर्मयोगी अभियान ने कोरिया जिले के ग्रामीण अंचलों में विकास की नई गाथा लिखनी शुरू कर दी है। गांधी और शास्त्री जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष ग्राम सभाओं में जिले के 154 गांवों का विजन-2030 पारित किया गया।
ग्रामीणों ने रखीं खुलकर अपनी समस्याएं और आकांक्षाएँ
इन सभाओं की खासियत रही कि सोनहत विकासखण्ड दूरस्थ वनांचल ग्राम पंचायत अकलासरई और पोड़ी में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ग्राम सभा में उपस्थित हुईं बल्कि ग्रामीणों से सीधे जुड़ीं। ग्रामीणों ने खुलकर अपनी समस्याएं और आकांक्षाएँ सामने रखीं।
ग्रामीणों की मांगें बनीं ग्राम सभा की धड़कन
ग्राम सभाओं में उठे मुद्दों ने साफ कर दिया कि गांव अब खुद अपनी राह तय करना चाहते हैं। स्वच्छ पेयजल, पक्की सड़कें, प्राथमिक विद्यालयों की बेहतर व्यवस्था, 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं, सामुदायिक भवन, सामुदायिक वन संसाधन पत्र, पुल-पुलिया, सीसी रोड निर्माण, निर्बाध बिजली व नए ट्रांसफार्मर जैसी मांगें प्रमुखता से सामने आईं
ग्राम विजन योजना 2030 बनाई जाएगी
कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि 'आदि कर्मयोगी अभियान का असली उद्देश्य यही है कि गांव की प्राथमिकताएं अब गांव वाले ही तय करें। आने वाले वर्षों में इन्हीं आकांक्षाओं पर आधारित ग्राम विजन योजना 2030 बनाई जाएगी, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, आधारभूत ढांचा और परंपराओं का संरक्षण शामिल होगा।' कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि यहाँ के युवाओं को कौशल विकास योजना से जुडऩा होगा ताकि स्वरोजगार शुरू कर सकें और अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध भी करा सके।
कलेक्टर ने की अपील
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि बाल विवाह, कुपोषण व नशा के खिलाफ सबको आगे आना होगा। उन्होंने महिलाओं से कहा समय पर स्वास्थ्य की जांच कराएं, 45-50 उम्र के बाद स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं से अपील की कि पौष्टिक भोजन का सेवन करें, हरी सब्जियां खूब खाएं, भरपूर नींद लें, स्वास्थ्य जांच कराएं, आंगनवाड़ी केंद्र जाकर वजन भी कराएं। उन्होंने किसानों से कहा एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन जरूर कराएं ताकि धान बेचने के समय कोई दिक्कत न हो।
तीन स्तंभों पर टिका है अभियान
कलेक्टर ने बताया कि यह अभियान तीन स्तंभों पर खड़ा है। आदि कर्मयोगी-अधिकारी, जो योजनाओं का अभिसरण और उत्तरदायी वितरण सुनिश्चित करेंगे। आदि सहयोगी-शिक्षक, डॉक्टर, युवा और शिक्षित आदिवासी, जो शिक्षा-स्वास्थ्य व नवाचार तक पहुंच बढ़ाएंगे और आदि साथी- स्वयं सहायता समूह, ग्रामीण, जनजातीय बुजुर्ग और सामुदायिक सूत्रधार, जो परंपरा और स्थानीय ज्ञान को संरक्षित कर समाज को सशक्त बनाएंगे।
154 गांव होंगे आत्मनिर्भरता की मिसाल
अभियान में जिले के 154 गांव शामिल हैं, जिनमें बैकुंठपुर के 138 और सोनहत के 16 ग्राम हैं। इन ग्राम सभाओं ने ग्रामीणों को यह एहसास कराया कि अब उनकी आवाज केवल सुनने भर के लिए नहीं है, बल्कि भविष्य की योजनाओं की धड़कन बनेगी।
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