(कौशांबी)महेवाघाट का नाम रत्नावली धाम करने की मांग, पर्यटन विकास की उम्मीद
- 04-Apr-25 12:00 AM
- 0
- 0
कौशाम्बी 4 अप्रैल (आरएनएस)। महेवाघाट क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए इसे रत्नावली धाम महेवाघाट नाम देने की मांग जोर पकड़ रही है। यह स्थान संत शिरोमणि तुलसीदास की पत्नी रत्नावली से जुड़ा होने के कारण ऐतिहासिक महत्व रखता है। रत्नावली धाम महेवाघाट के रूप में मान्यता दिलाने के लिए 2013 में राष्ट्रीय कथावाचक संत मुरारी बापू ने एक रामकथा के दौरान इसका प्रस्ताव रखा था। इसके बाद से ही स्थानीय लोग इस मांग को आगे बढ़ा रहे हैं। पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा पूर्व जनप्रतिनिधियों के अनुसार, 2016-2021 के कार्यकाल में महेवाघाट को पर्यटन सूची में जोड़ा गया था, जिससे क्षेत्र का विकास संभव हुआ। अब नाम परिवर्तन से इसे और अधिक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सकता है। स्थानीय लोगों ने सरकार से अपील की है कि महेवाघाट में रत्नावली धर्मशाला का निर्माण कराया जाए, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया है कि इस मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि क्षेत्र को धार्मिक और ऐतिहासिक पहचान मिल सके। उक्त मांग वार्ड नंबर 21 से पूर्व जिला पंचायत सदस्य अश्वनी कुमार सहित उनके समर्थकों ने किया अब देखना है कि इस मांग पर शासन प्रशाशन इसे विकसित करने के लिए क्या करता है यह बड़ा सवाल है।
Related Articles
Comments
- No Comments...