(खुजराहो)भारत में कन्वर्टेड मुस्लिम-पंडित धीरेंद्र शास्त्री

  • 07-Sep-25 12:00 AM

खजुराहो/छतरपुर 7 सितंबर (आरएनएस)। आगरा में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की धर्मसभा को जिला प्रशासन ने परमिशन नहीं दी। इसके बाद कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया। लेकिन, आगरा से रवाना होने से पहले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत में जो भी मुसलमान हैं वे कन्वर्टेड हैं। असली मुसलमान तो दूसरे मुल्कों में हैं।धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन का अर्थ ही इसका मतलब है। यानी जिसका न आदि है और न अंत। तीन हजार वर्ष पूर्व कोई रहता था, तो सिर्फ सनातनी रहते थे। इसलिए जितने भी मजहब के लोग यहां रह रहे हैं,यदि वह अपने पूर्वज खंगालें, तो उनके सभी पूर्वज सनातनी मिलेंगे। और असली मुस्लिम तो दूसरे देशों हैं यहां तो सिर्फ कन्वर्टेड मुस्लिम हैं।दरअसल, आगरा में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम ऐनवक्त पर कैंसिल कर दिया गया। प्रशासन का कहना है कि कार्यक्रम स्थल पर 5 हजार लोगों के बैठने की जगह थी, लेकिन 4 गुना ज्यादा करीब 20 हजार भक्त पहुंच गए। इसके चलते परमिशन रद्द कर दी गई।पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम शनिवार को राज देवम गार्डन में था। धीरेंद्र शास्त्री सुबह 11.30 बजे ही आगरा पहुंच गए। वह खंदारी पदम प्राइड अपार्टमेंट में यजमान के यहां रुके।उन्हें दोपहर 1 बजे मंच पर पहुंचाना था। यहां भक्तों को 2 घंटे आशीर्वाद देना था, लेकिन दोपहर 12 बजे ही कार्यक्रम स्थगित करने का लेटर जारी कर दिया गया।धीरेंद्र शास्त्री ने कहा आज का उत्सव था। श्री हनुमान जी का चरित्र सामूहिक अर्जी थी, लेकिन हमको अभी-अभी सूचना मिली कि बहुत भीड़ पहुंच गई। इसलिए पुलिस प्रशासन ने किसी भी प्रकार से घटना न हो, इस स्थिति को देखते हुए अनुमति निरस्त कर दी।हमसे कहा कि आप वहां जाएंगे तो कोई दिक्कत ना हो जाए। इसलिए हम यजमान पुष्कलजी के घर पर हैं। इससे पहले भी जहां कार्यक्रम होना था, वहां बारिश खूब हुई। रातों ही रात पुष्कलजी ने बहुत मेहनत करके व्यवस्था की। लेकिन, देव योग के कारण शायद अब यह भी नहीं बन पा रहा।हम इस वीडियो के माध्यम से कहना चाह रहे हैं कि आज का जो उत्सव था, वो स्थगित हो गया। हम जल्द ही आगरा आएंगे। कथा सुनाने के लिए दिव्य दरबार भी लगाएंगे। हनुमान जी का चरित्र भी गाएंगे और आप सबसे मिलेंगे। आज ऐसी परिस्थिति हो गई कि हम हैं तो यहीं आगरा में ही। मन कर रहा कि उड़ कर आ जाऊंज्भाग कर आ जाऊं, लेकिन अब वहां बहुत अधिक समुदाय भी है।पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक और सनातन हिंदू एकताÓ पदयात्रा निकालने जा रहे हैं। यह पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली से शुरू होकर 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचेगी। करीब 170 किमी की यह पदयात्रा 10 दिन में पूरी होगी। पदयात्रा को बागेश्वर-बांके बिहारी मिलन सनातन हिंदू एकताÓ नाम दिया है।पदयात्रा को लेकर 1 सितंबर को मथुरा के वृंदावन में साधु-संतों के साथ धीरेंद्र शास्त्री ने बैठक की। मीडिया से बातचीत में कहा था- भारत को पुन: खंड-खंड करने की तैयारी है। भारत में विदेशी ताकतें सक्रिय हैं। सनातन पर लगातार उंगली उठा रहे हैं। यमुना, गाय और बृज की स्थिति खराब है। विदेशी ताकतें लव जिहाद, लैंड जिहाद, मूत्र जिहाद, थूक जिहाद के द्वारा लगातार हिंदुओं पर कुठाराघात कर रहे हैं। उसे हटाने के लिए हम यह यात्रा निकाल रहे हैं।हिंदुओं में भाषावाद, क्षेत्रवाद और जातिवाद को खत्म करने का हमने प्रण लिया है। हिंदुओं को एक करने के लिए ही हम यह यात्रा निकाल रहे हैं। बच्चे दो नहीं चार होने चाहिए। एक संघ के लिए, एक हिंदू राष्ट्र के लिए और दो घर के लिए।उन्होंने कहा- हमें हिंदू राष्ट्र कागजों में नहीं, लोगों के दिलों में चाहिए। हम तलवारों से युद्ध नहीं करना चाहते। हम विचारों का युद्ध करना चाहते हैं। विचारों से परिवर्तन लाना चाहते हैं। कट्?टर हिंदुत्व का मतलब किसी को मारना नहीं है। बल्कि गले लगाना है। अपनी संस्कृति को बचाना है।




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