(गौचर) तीसरी शाम रही लोकसंस्कृति के नाम
- 17-Nov-24 12:00 AM
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गौचर मेले में शनिवार को विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने जमाया रंगगौचर, 17 नवम्बर (आरएनएस) । राज्य स्तरीय गौचर मेले की तीसरी शाम लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम रही। मेले में सांस्कृतिक समितियों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।भोजपुरी लोकगायक सुरेश कुशवाहा व उनकी टीम के रविशंकर व नलिनी त्रिपाठी द्वारा नगरी हो अयोध्या सी जहां मेरा ठिकाना हो, बम - बम भोले जटासी और गौचर की भूमि मां भगवती भजन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत करते हुऐ माथे की बिन्दियां, देशवा मिशनवा, मौसम है सुहाना कैसा फैशन है तथा मौसम है सुहाना आदि भोजपुरी संस्कृति पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इससे पूर्व लोकगायक रोहित चौहान ने गांव छूटीगे घर बार छूटीगे, खुटमा परूली तेरा घुंघरू बाजी, नाक मां नथुली, गौरी मुखड़ी बली सजीगे, सतपुली का मेला बांद सुषमा, मेरी भानुनी जाही ची ब्यूटी पार्लर मां और लोकगायिका सोनम सुर वन्दना ने मै पहाडऩ मेरा ठुमका पहाड़ी, काली गंगा को कालू पाड़ी, क्रीम पाउडर घिसनी किले नी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इसके अलावा जय रूद्रेश सांस्कृतिक कला मंच गोपेश्वर, जय बामनाथ सांस्कृतिक कला मंच पोखरी, मां भराड़ेश्वरी कला मंच सवाड़ देवाल, मदमहेश्वर सांस्कृतिक एवं जन जागृति कला संगम रूद्रप्रयाग और लोक गायिका दीपा बुग्याली के सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतियां भी शानदार रही।
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