(ग्वालियर) नई शिखा नीति को निजी व सरकारी स्कूलों ने किया अस्वीकार

  • 30-Apr-24 12:00 AM

ग्वालियर,30 अप्रैल (आरएनएस)। प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों को बेसिक ज्ञान होना बेहद जरूरी है, क्योंकि बेसिक ज्ञान होने पर उन्हें आगे पढ़ाई में परेशानी नहीं आएगी, वह पढ़ाई के दबाव में शाला नहीं छोड़ेंगे। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने निजी व सरकारी स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत व सरकारी स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन कोर्स (आधार पाठ्यक्रम) लागू कर दिया है, लेकिन स्कूलों ने शिक्षा के इस आधार को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया है। यही कारण है कि जिले में एक भी स्कूल निपुण शाला के तौर पर दर्ज नहीं हो सका, जबकि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत फाउंडेशन कोर्स लागू हुए दो साल का वक्त बीत चुका है, फिर भी स्कूल अपने पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। जिले में करीब 1200 निजी व सरकारी स्कूल संचालित हैं, इनमें से 90 प्रतिशत निजी और 80 प्रतिशत सरकारी स्कूलों ने शासन द्वारा लागू किए फाउंडेशन कोर्स को स्वीकार तक नहीं किया। नई पद्धति से शिक्षक विद्यार्थियों को नहीं पड़ा रहे हैं। परंपरागत या स्वयं के द्वारा तय की गई पद्धति से ही पढ़ाई करा रहे हैं, इसलिए विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति से होने वाली पढ़ाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है। निपुण शाला घोषित करने के लिए छात्रों के बेसिक ज्ञान का आकलन किया जाएगा, जिसमें 70 प्रतिशत विद्यार्थी यदि निपुण पाए जाते हैं तो उस शाला को निपुण शाला घोषित किया जाएगा। जो इस सत्र से शुरु हो चुका है। अनिल पुरोहित




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment