(छतरपुर)प्रतिमा में मां नहीं, प्रति मां में मां देखें: पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

  • 22-Sep-25 12:00 AM

छतरपुर 22 सितंबर (आरएनएस)।सिद्ध पीठ आश्रम बागेश्वर धाम में शारदीय नवरात्रि महोत्सव के तहत जहां शतचंडी पाठ प्रारंभ हुआ। वहीं पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की 9 दिनों की साधना भी शुरू हो गई। धाम में रामलीला का मंचन भी रात्रि के समय किया जाता है। अपनी साधना के बीच महराज श्री जगत जननी मां भगवती की महिमा का गुणगान भी करते हुए धर्म प्रेमियों को कथा रसपान करा रहे हैं। महाराज से यह कहा कि नौ दिनों तक मूर्ति रखकर भक्ति भाव के साथ पूजा करना अच्छी बात है लेकिन घर में मौजूद मां-बाप को भी सम्मान देना चाहिए।बागेश्वर महाराज ने जगत जननी मां भगवती की महिमा का बखान करते हुए कहा कि देवताओं के तेज से मां भगवती प्रकट हुई थी। महाराज श्री ने देवी की महिमा बताते हुए कहा कि जब राम रावण युद्ध चल रहा था और रावण का अंत नहीं हो रहा था तब भगवान श्री राम ने 9 दिनों तक व्रत कर आदि शक्ति की पूजा की इसके बाद उन्होंने रावण का संहार किया। इन्हीं 9 दिनों तक पूजा करने के कारण नवरात्रि कहा जाता है। महाराज जी ने नवरात्रि में जिन सावधानियों की आवश्यकता है उन्हें बताते हुए कहा कि नौ दिनों तक छौर कर्म नहीं करना चाहिए, इन दिनों में न तो नाखून काटें और न ही अभक्ष्य भोजन करें। ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करते हुए भूमि पर शयन करना चाहिए, साथ ही भगवती के बीज मंत्र का जप करने से मां की कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा आज का दिन संकल्प का दिन होता है। भगवती की कृपा के लिए मां चंडी का पाठ करने का संकल्प लेना चाहिए। महाराज श्री ने कहा कि कई सनातनियों की हरकतें परेशान करने वाली होती है। 9 दिनों तक साधना करने वाले दसवें दिन मांस मदिरा का पान करते हैं।बीते रोज बागेश्वर महाराज लवकुश नगर के सिद्ध पीठ बंबर बेनी माता मंदिर पहुंचे। 350 सीढिय़ां चढ़कर माता के दरबार में पहुंचकर महाराज श्री ने पूजा अर्चना करते हुए सबके कुशल की कामना की। महाराज श्री मंदिर और उसके आसपास रहने वाले लोगों को आशीर्वाद दिया तथा पदयात्रा में दिल्ली से वृंदावन चलने का आमंत्रण भी किया। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक अरविंद पटेरिया वह मातादीन दादा भी मौजूद रहे।बनारस के यज्ञाचार्य पं. राजा पांडे ने बताया कि बागेश्वर धाम में शतचंडी महायज्ञ की भी शुरुआत हो गई है। पहले दिन प्रायश्चित, जल यात्रा, पंचांग पूजा तथा मंडप प्रवेश का कार्यक्रम हुआ। पाठात्मक शतचंडी महायज्ञ का संकल्प हुआ। बागेश्वर महाराज 9 दिनों तक 11 लाख श्री हनुमान मंत्र का जाप कर रहे हैं। वहीं बागेश्वर धाम में 64 खप्पर रखकर साधना की जा रही है। महाराज श्री अपने ईष्ट की साधना का संकल्प लिए हैं।खजुराहो घूमने आए स्पेन के 11 सदस्यीय दल ने बागेश्वर धाम पहुंचकर महाराज श्री का आशीर्वाद लिया। इस दल के साथ मौजूद द्विभाषिया ने महाराज श्री की बात उन लोगों तक पहुंचाई और उनके द्वारा पूछे गए सवालों को महाराज श्री तक पहुंचा महाराज श्री ने उनके सवालों का जवाब देते हुए खूब ठहाके लगवाए। इतना ही नहीं उनसे भगवान का स्मरण करते रहने की बात कही।




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