(जगदलपुर) बस्तर जिले के हर गांव में दिखेगा बस्तर ओलंपिक 2025 का जलवा, सभी गांवों में होगा खेल उत्सव

  • 12-Oct-25 12:33 PM

0 हर घर से खिलाड़ी निकले, यही बस्तर ओलंपिक का लक्ष्य: कलेक्टर हरिस एस
जगदलपुर, 12 अक्टूबर (आरएनएस)। बस्तर में खेल और जनसहभागिता का सबसे बड़ा पर्व 'बस्तर ओलंपिक 2025Ó अब पूरे जोश और उत्साह के साथ आरंभ हो चुका है। जिले के सभी ब्लॉकों और ग्राम पंचायतों में पंजीयन कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। इस महोत्सव को जन आंदोलन का स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन ने विद्यालयों, पंचायतों, खेल संघों, युवाओं, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं को सक्रिय रूप से जोड़ा है। बस्तर ओलंपिक का उद्देश्य केवल खेल प्रतियोगिता आयोजित करना नहीं है, बल्कि युवाओं को मुख्यधारा से जोडऩा, गांव गांव में खेलों के प्रति जन चेतना जगाना और सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देना भी है। बस्तर ओलंपिक की जन जागरूकता को और व्यापक बनाने के उद्देश्य से दीपावली पर्व की पूर्व संध्या सभी स्कूल कॉलजों और ग्राम पंचायतों में बस्तर ओलंपिक थीम पर रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
इस पहल से बच्चों और युवाओं में खेल के प्रति उत्साह के साथ-साथ सामूहिक भागीदारी की भावना भी बढ़ेगी। दीपावली के उत्सव और बस्तर ओलंपिक के उल्लास को एक साथ जोडऩे की यह अनूठी पहल बस्तर के हर कोने में नई ऊर्जा जगाएगी।
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जनप्रतिनिधियों का पंजीयन
जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि ब्लॉक और जिला स्तर के जनप्रतिनिधियों का भी बस्तर ओलंपिक में पंजीयन किया जाएगा। इससे न केवल खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी से आयोजन में सामाजिक एकता और सहयोग की भावना भी मजबूत होगी। यह पहल खेल और समाज को एक सूत्र में बांधने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
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कलेक्टर हरिस एस का संदेश
कलेक्टर हरिस एस. ने जिले के युवाओं, विद्यार्थियों और ग्रामीण खेल प्रतिभाओं से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन कर इस आयोजन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा- बस्तर ओलंपिक केवल खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक सामाजिक अभियान है। इसका उद्देश्य युवाओं को मुख्यधारा से जोडऩा और खेलों के प्रति उनमें नई चेतना जगाना है। हर गांव, हर मोहल्ले से एक खिलाड़ी निकले, यही इस आयोजन की सच्ची सफलता होगी। इस अवसर पर युवा अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता भी विकसित करेंगे। कलेक्टर ने यह भी कहा कि इस आयोजन के माध्यम से बस्तर के युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और अनुशासन, टीम भावना एवं नेतृत्व क्षमता विकसित करने का उत्कृष्ट अवसर प्राप्त होगा। अपर कलेक्टर और खेल एवं युवा कल्याण सहायक संचालक ऋषिकेश तिवारी ने जिले के सभी खिलाडिय़ों, शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों और विद्यालय प्रमुखों से अपील की कि वे अपने-अपने स्तर पर पंजीयन कार्य को पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा- बस्तर ओलंपिक युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और जिले का गौरव बढ़ाने का सुनहरा अवसर है। सभी प्रतिभागी समय सीमा के भीतर पंजीयन कराएं और इस खेल महोत्सव को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
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महत्वपूर्ण तिथियां
बस्तर ओलंपिक के लिए पंजीयन 22 सितंबर शुरू हो चुका है। पंजीयन कराने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता 25 अक्टूबर  5 नवंबर तक चलेगी। जिला स्तरीय प्रतियोगिता 5 नवंबर से 15 नवंबर तक होगी।संभाग स्तरीय प्रतियोगिता 24 नवंबर से 30 नवंबर तक आयोजित की जाएगी।
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प्रचार और जनभागीदारी की रणनीति
बस्तर ओलंपिक का प्रचार-प्रसार स्थानीय भाषा, सांस्कृतिक वेशभूषा और पारंपरिक मंचों के माध्यम से किया जाएगा। सायकल रैली और मशाल रैली से गांव-गांव और हाट बाजारों में खेल उत्साह फैलाया जाएगा।मानव श्रृंखला और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित कर जनभागीदारी बढ़ाई जाएगी। रंग-बिरंगे पोस्टर, बैनर और सोशल मीडिया अभियान के जरिए युवा और समुदाय को सीधे जोड़ा जाएगा। सबसे अच्छे रील और वीडियो बनाने वाले प्रतिभागियों को जिला और संभाग स्तर पर ईनाम देकर सम्मानित किया जाएगा।
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जनभावना से जनोत्सव तक
बस्तर ओलंपिक अब केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि बस्तर की आत्मा और जन ऊर्जा का प्रतीक बन चुका है। दीपावली की रोशनी के साथ जब बस्तर के हर गांव और मैदान में खेल की चमक फैलेगी, यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को पहचान देगा, बल्कि सामाजिक एकीकरण और समुदाय की शक्ति को भी प्रदर्शित करेगा। बस्तर ओलंपिक 2025 युवाओं को प्रेरित करेगा कि वे खेल, संस्कृति और समाज को जोड़कर इसे संपूर्ण बस्तर का उत्सव बनाएं।
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