
(जगदलपुर) विभागीय तौर पर मानसून का समय हुआ समाप्त, अभी छत्तीसगढ़ से नहीं हुई विदाई और बारिश भी होगी
- 30-Sep-25 10:25 AM
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0 इस साल प्रदेश में तीन फीसदी ज्यादा हुई है बारिश
0 बन रहा है नया सिस्टम फिर से बारिश का
= केशव सल्होत्रा =
(रीजनल हैड राष्ट्रीय न्यूज सर्विस)
जगदलपुर, 30 सितंबर (आरएनएस)। मानसून के इस मौजूदा सीजन में बस्तर समेत पूरे इलाकों में आमतौर पर अच्छी खासी बारिश हो रही है। बारिश के अभी आगे भी जारी रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। लेकिन अब जो बारिश होगी वह वह मानसून की बारिश में रिकॉर्ड नहीं होगी। इसकी वजह यह है कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून का सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक ही माना जाता है। 30 सितंबर गुजरने के बाद होने वाली बारिश को मानसून में नहीं जोड़ा जाता। इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि मानसून का कार्यकाल तो खत्म हो रहा है लेकिन अभी इसकी आधिकारिक रूप से छत्तीसगढ़ से विदाई नहीं हुई है। अभी मानसून पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में वापसी के दौरान अटका हुआ है। बहुत जल्दी इसके आगे बढ़ाने की संभावना नहीं है। इसमें अभी कुछ दिन और लगेंगे। इस दौरान भी जितनी बारिश होगी वह मानसूनी बारिश नहीं कहलाएगी। प्रदेश में जहां तक इस सीजन में मानसून के बरसाने का रिकॉर्ड है तो इस दौरान तीन फ़ीसदी ज्यादा बारिश ही हुई है। इसमें समझने वाली बात यह है कि इतनी बारिश को मौसम विभाग के नियमों के अनुसार सामान्य बारिश ही माना जाता है। हालांकि यहां कई इलाकों में अच्छी खासी बारिश हो चुकी है।
बंगाल की खाड़ी पर बनने वाले सिस्टम से होती है अच्छी
बारिश जहां तक मानसून की प्रदेश से विदाई की बात है तो माना जा रहा है कि दिवाली से पहले ऐसा होना संभव नहीं है। मानसून की वापसी कम से कम अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं इस बीच माना जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी पर बारिश का एक और सिस्टम बनेगा। जिससे दशहरे तक बारिश की स्थितियां बनी रहेगी। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं पर भारी बारिश भी हो सकती है। इस बार मानसून बस्तर में अपने निर्धारित समय से पहले आया था लेकिन परिस्थितियों के कारण इसे आगे बढ़ाने में कुछ अतिरिक्त समय लगा था। बावजूद इसके बस्तर संभाग के कुछ ही हिस्सों को छोड़ दें तो शेष में पर्याप्त बारिश हुई है।
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