(जबलपुर)ग्वालियर कि़ला हमारा स्वाभिमान का प्रतीक बनकर हमारे सामने खड़ा है 9डा अभिलाष पांडेय विधायक उत्तर जबलपुर

  • 06-Aug-25 12:00 AM

जबलपुर 6 अगस्त (आरएनएस)। उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. अभिलाष पाण्डेय ने आज मध्यप्रदेश विधानसभा में ग्वालियर किले और प्रदेश की अन्य ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन पर ध्यानाकर्षण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर किला केवल एक किला नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है। यदि इसे व्यावसायिक दृष्टि से होटल में बदला गया तो हमारी विरासत को क्षति पहुंचेगी।डॉ. पाण्डेय ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने अपने 124वें संस्करण (27 जुलाई) में इस बात को रेखांकित किया कि देश के ग्वालियर, झांसी, दतिया, अजयगढ़, गढ़कुंडार और चंदेरी सिर्फ किले नहीं, बल्कि हमारी ऐतिहासिक धरोहर और स्वाभिमान के प्रतीक हैं, जिन्होंने कई आक्रमणों के बावजूद अपना अस्तित्व बनाए रखा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राणा शासकों की राजधानियाँ गोहद, अटेर, ग्वालियर, धौलपुर और बेहर रही हैं, और ग्वालियर किले के अंदर सिख समाज की भी बड़ी आस्था है। सिखों के छठे गुरु गुरु गोविंद सिंह जी यहाँ कैदी रहे थे, और उनकी रिहाई के उपलक्ष्य में आज भी विश्वभर में बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है। यह किला राणा, मराठा, सिख एवं तोमर समुदायों के गौरवशाली इतिहास का दर्पण है।डॉ. पाण्डेय ने कहा कि इन ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण से युवा अपने इतिहास को जानकर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि इन धरोहरों का संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जाए और इसके लिए सदन में सकारात्मक कदम उठाने हेतु सरकार का आभार व्यक्त किया।




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