(सुलतानपुर)सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बल्दीराय में बेडो पर नही रहती चादर
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जबलपुर,06 नवम्बर (आरएनएस)। महाकौशल में जबलपुर पश्चिम का हाल भाजपा के लिए फिलहाल मुनासिब नहीं है। बीते दो चुनाव से लगातार मिली हार के बाद पार्टी के प्रत्याशी राकेश सिंह इसे मुनासिब बताने में जुटे हैं। जबलपुर की पश्चिम सीट पर साल 2018 में कांग्रेस के तरुण भानोत को 18683 मतों से बड़ी जीत हासिल हुई थी। इससे पहले साल 2013 तीर बार के विधायक हरेंद्र जीत सिंह बब्बू को तरुण भानोत ने 923 वोटों से हराया था। यानी भानोत ने पांच साल मेंअपनी और पार्टी की ताकत में बड़ा इजाफा किया था। इस बार भानोत भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। यह सीट भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। कांग्रेस मेहनत में कोई कोताही नहीं बरत रही है। पार्टी के स्टार प्रचारक राहुल गांधी नौ नवम्बर को यहां चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं। राहुल गांधी यहां पर जिले की पश्चिम और पूर्व विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ पदयात्रा करेंगे जबकि भाजपा राहुल की पदयात्रा से पहले यूपी के सीएम आदित्यनाथ की सभा की तैयारी कर रही है। संभवत: आठ नवम्बर को वे जबलपुर आ सकते हैं। हालांकि अभी उनका कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है। जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट मध्यप्रदेश की उन आठ विधानसभा में शामिल है जहां पर भाजपा ने अपने सांसदों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। दो बार से पश्चिम विधानसभा भाजपा हार रही है, यही वजह है कि इस सीट पर भाजपा ने चार बार के सांसद राकेश सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। यह विधानसभा दोनों ही पार्टियों के लिए नाक का सवाल बनी हुई है। इसीलिए खुद राहुल गांधी इस विधानसभा क्षेत्र में पैदल यात्रा करेंगे। उनकी पैदल यात्रा का रूट जबलपुर के गोरखपुर इलाके से शुरु होकर नर्मदा के गौरी घाट तक का तय किया गया है।
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