(जशपुरनगर) विशेष कोचिंग के द्वारा छात्रावास आश्रम में निवासरत विद्यार्थियो को किया जा रहा लाभान्वित

  • 18-Sep-25 12:05 PM

*अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, वाणिज्य संबंधी विषयों पर गुणात्मक सुधार लाना है उद्देश्य* 

जशपुरनगर, 18 सितंबर (आरएनएस): आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा विशेष शिक्षण केन्द्र योजना नियम 2005 का संचालन किया जा रहा है। इसके माध्यम से दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में अच्छे शिक्षको के अभाव के कारण से छात्रावास-आश्रमों में निवासरत विद्यार्थी जो कठिन विषयों में कमजोर रहे है, उनके निदानात्मक हेतु विशेष शिक्षण के माध्यम से अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, वाणिज्य संबंधी कमजोरी को दूर करने तथा आरक्षित वर्ग के छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम में सुधार लाना है।

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जशपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा संचालित माध्यमिक स्तर के आश्रमों एवं छात्रावासों में निवासरत विद्यार्थियो को योजना संचालित कर जिले के लगभग 6000 विद्यार्थियों को इसका लाभ दिया जाना है। योजना के तहत प्रशिक्षक के तौर पर सेवा निवृत्त शिक्षक, योग्य शिक्षक अनुभवी, इच्छुक बेरोजगार युवक एवं युवती को प्राथमिकता दी जाती है। प्रशिक्षण के चयन में शिक्षक के शैक्षणिक योग्यता चरित्र निष्ठा, लगन अनुभवों का विशेष ध्यान में रखा जाता है। विशेष शिक्षण केन्द्र में विकास खण्ड स्तर पर स्थित आश्रमों एवं छात्रावासों में निर्धारित छात्र संख्या की पूर्ति न होने पर स्थानीय स्कूल में अध्ययनरत गरीब अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति (डे-स्कालर) एवं आस-पास के आश्रमों, छात्रावासों से यह संख्या पूरी की जाती है।




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