(जांजगीर-चांपा) पामगढ़ विधायक और रेत माफिया के बीच कथित ऑडियो वायरल, विधायक बोले- साज़िश के तहत फंसाया जा रहा

  • 18-Sep-25 03:13 AM

जांजगीर-चांपा,18 सितंबर (आरएनएस): पामगढ़ से कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश का नाम एक कथित ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद विवादों में आ गया है। इस ऑडियो में रेत कारोबार से जुड़ी लेन-देन की बातचीत सामने आने का दावा किया जा रहा है, जिसमें कलेक्टर, SDM और स्वयं विधायक को पैसा देने की बात कही गई है। मामले ने तूल पकड़ते ही विधायक ने प्रेस वार्ता कर सफाई दी और पूरे घटनाक्रम को एक राजनीतिक षड्यंत्र बताया।

विधायक शेषराज हरवंश ने स्पष्ट किया कि वायरल ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और इसे एडिट कर जानबूझकर वायरल किया गया है। उन्होंने कहा, “यह मेरी आवाज़ बिल्कुल नहीं है, बल्कि मुझे बदनाम करने की कोशिश है। मुझे पहले ही जानकारी मिल गई थी कि एक ऐसा ऑडियो तैयार किया जा रहा है।” उन्होंने इस कथित साज़िश के पीछे राजेश भारद्वाज का हाथ होने का आरोप लगाया।

### अवैध रेत खनन को लेकर लगाए गंभीर आरोप

विधायक ने बताया कि उन्हें रेत के अवैध कारोबार में शामिल होने के लिए दबाव बनाया गया। उन्होंने कहा, “मुझे पैसे और जमीन का लालच दिया गया, लेकिन मैंने इनकार कर दिया। इसके बाद मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पामगढ़ क्षेत्र में महानदी के सभी रेत घाट अवैध हैं और इन पर कई बार कार्रवाई भी हुई है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस अवैध धंधे में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता शामिल हैं। साथ ही, दो सरपंचों पर भी उन्हें बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

### नामजद व्यक्तियों पर साजिश रचने का आरोप

विधायक शेषराज ने कहा कि दिसंबर में देवेश तिवारी नामक व्यक्ति ने उनसे मिलकर रेत घाट चलाने की अनुमति मांगी थी, जिसे उन्होंने स्पष्ट रूप से मना कर दिया था। उन्होंने कहा, “देवेश और राजेश भारद्वाज मिलकर मेरे खिलाफ साज़िश रच रहे हैं।”

विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि जिस मीटिंग की बात वायरल ऑडियो में कही गई है, वह कभी हुई ही नहीं। “जिस समय मेरी बिलासपुर में किसी से मुलाकात की बात कही जा रही है, उस समय मैं मस्तूरी में अपनी बहन के घर पूजा में थी।”

### वायरल ऑडियो में क्या है?

सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में कथित तौर पर विधायक शेषराज हरवंश और एक व्यक्ति ‘रोशन’ के बीच बातचीत होती सुनाई देती है। इसमें रेत खनन के एवज में प्रति माह 10 लाख रुपये के लेन-देन की बात होती है। बातचीत में 2 लाख रुपये कलेक्टर, 2 लाख SDM, 5 लाख विधायक और 1 लाख रुपये किसी ‘राघवेंद्र’ को देने की बात शामिल है। हालांकि, इस ऑडियो की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और न ही प्रशासन की ओर से इस पर प्रतिक्रिया दी गई है।

### क्षेत्र में हलचल तेज

कथित ऑडियो के वायरल होने और विधायक की सफाई के बाद पूरे जांजगीर-चांपा जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पहले से ही महानदी और हसदेव नदी में हो रहे अवैध रेत उत्खनन को लेकर जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं, और अब इस प्रकरण ने मामले को और गर्मा दिया है।

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