(जौनपुर)एकात्म-मानववाद के प्रणेता थे दीनदयाल उपाध्याय

  • 25-Sep-25 12:00 AM

जौनपुर 25 सितंबर (आरएनएस )। दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर कार्यालय पर एक संगोष्ठी आयोजित की ,जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने की एव मुख्य अतिथि के रूप मे काशी क्षेत्र के पूर्व महामंत्री एव पूर्व विधायक प्रयागराज प्रभाशंकर पाण्डेय उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता े पूर्व विधायक प्रभाशंकर पाण्डेय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने गौरवशाली राष्ट्रनिर्माण के लिए सिर्फ 21 वर्ष की अवस्था में वह संघ के प्रचारक बने थे उन्होंने अपने चाचा को पत्र लिखा था कि ईश्वर ने हमारे परिवार को सब कुछ दिया क्या हम अपने परिवार का एक सदस्य भी राष्ट्र की सेवा के लिए अर्पण नही कर सकते पण्डित दीनदयाल ने यह सब सिर्फ पत्र में ही नही लिखा था बल्कि उसे जीवन में पूरी दृढ़ता से उतारा भी था उन्होंने सारी निजी महत्वाकांक्षाओं को तिलांजलि देकर राष्ट्रयज्ञ में सम्मिलित हुए जो बोला और कहा वह जिया 11 फरवरी 1968 की रेल यात्रा ने उनकी जीवन यात्रा पर पूर्ण विराम लगा दिया उनका शव मुगलसराय की रेल लाइन पर मिला उन जैसे संत का कोई कैसे शत्रु हो सकता था उनकी मृत्यु की गुत्थी कभी नही सुलझी।उन्होंने आगे कहा कि ग्वालियर चिंतन शिविर में उन्होंने अपनी मशहूर एकात्म-मानववाद की अवधारणा पेश की उन्होंने व्यक्ति-समाज के भीतर शांति-सदभावना पैदा करने पर जोर दिया। उन्होंने ऐसे भारत की कल्पना की थी, जो अपने अतीत की यशोगाथाओं से भी अधिक गौरवशाली होगा। राज्य मंत्री गिरीश चंद यादव ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक गम्भीर दार्शनिक एवं गहन चिंतक होने के साथ-साथ वह एक ऐसे समर्पित संगठनकर्ता और नेता थे जिन्होंने सार्वजनिक जीवन में व्यक्तिगत शुचिता एवं गरिमा के उच्चतम आयाम स्थापित किये। सुनील तिवारी अमित श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष सुधाकर उपाध्याय नगर पालिका चेयरमैन मनोरमा मौर्य ब्लाक प्रमुख गण अजय सिंह बृजेश यादव सुनील यादव रविन्द्र सिंह राजू दादा राज पटेल एव मंडल अध्यक्ष एव मंडल महामंत्री गण आदि उपस्थित रहे।




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