(जौनपुर)निर्गुण होते हुए भी सगुण प्रकट होते है भगवान: षान्तनु
- 27-Oct-23 12:00 AM
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जौनपुर 27 अक्टूबर (आरएनएस) । नगर मे चल रही कथा के दूसरे दिन श्री राम कथा व्यास पं0 शान्तनु जी महराज ने बताया कि जब जब धरती पर पाप का बोझ बढता है,अधर्म बढने लगता है तब तब प्रभु भक्तो की रक्षा और अधर्म को नष्ट करने धरती पर प्रकट होते है । उन्होंने बताया कि भगवान का स्वरूप निर्गुण है परन्तु उन्हे साकार रूप लेकर भक्तो की रक्षा के लिए आना पडता है ।भगवान का स्वरूप निराकार निर्गुण है जैसे जल का कोई आकार नही है लेकिन वही जल कटोरे मे लेकर शीतकपाट मे रखे जाने पर ठोस आकार लेकर बन जाता है अर्थात वह सगुण आकार ग्रहण कर लेता है ।कुछ देर बाहर रखे जाने पर वह मूल स्वरूप मे हो जाता है । यही भगवान के साथ भी है। भक्तो के प्रेम मे उन्हे आना पडता है और सगुण रूप लेना पडता है । भगवान भक्तो की इच्छा पूरी करने कोई भी रूप मे प्रकट होते है ।वृन्दावन के संत रूप गोस्वामी हमेशा कृष्ण भक्ति मे तल्लीन रहते थे उनकी सेवा करते ,भोग ,वंदन करते ,24घण्टे कृष्ण भक्ति मे लगे रहते ।उनका भोजन आटे से बने रोटी ही रहती वही भोग लगाते,और वही पाते ।एक दिन उनकी ईच्छा हुई कि भगवान को खीर का प्रसाद चढाए ।उनकी इच्छा पूरी करने भगवान गोपी बनकर दूध देने रूप गोस्वामी के पास गई और दूध देकर कहा कि महराज माता ने आज आपके लिए दूध भेजा है।संत दूध पाकर खुश हुए और प्रेम से खीर बनाकर खीर का भोग लगाया और खुद पा लिए । वह गोपी कोई छोरी नही बल्कि स्वयं राधे रानी ही थी जो भक्त की इच्छा पूरी करने संत के सामने प्रकट हुई । कथा का दूसरा दिन होने के कारण आज भक्तो की संख्या करीब दस हजार से ऊपर हो गई थी ।यह कथा प्रतिदिन शाम 4 से 7 बजे तक आस्था चैनल के द्वारा भी देखा जा सकता है जिसका प्रसारण 31 अक्टूबर तक किया जायेगा ।कथा शहर के मध्य स्थित बी आर पी कॉलेज के मैदान मे हो रही है ।पंडाल सजा हुआ और सुविधापूर्ण बना हुआ है । कथा के यजमान प्रसिद्ध समाजसेवी , व भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह है ।
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