(जौनपुर)मेले में युद्ध के बाद जलाया गया रावण का पुतला

  • 03-Oct-25 12:00 AM

जौनपुर 3 अक्टूबर (आरएनएस ) जिले भर में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा गुरूवार को उल्लास से मनाया गया। मेला समितयों द्वारा रावण का पुतला दहन कर विजय दशमी मनाया गयो। इन स्थानों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थां। प्रशासन के पास उपलब्ध सूची में पंजीकृत लगभग पंजीकृत ऐसे स्थल हैं जहां रावण का पुतला जलाया जाता है। जिले में कुल110 जगहों पर रावण का पुतला दहन किया जाता है। जौनपुर में राजा साहब के पोखरा पर ऐतिहासिक रावण के पुतले का दहन भारी भीड के बीच किया गया । यहां एक साथ तीन रावण के पुतले जलाए हैं। एक पुतला राजा जौनपुर, दूसरा पंडित जी रामलीला समिति, तीसरा गोसाईं जी रामलीला उर्दू बाजार की तरफ से जलाया जाता है। तीनों पुतले एक साथ जलाए गये। यहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ होती है। इसी वाजिदपुर तिराहे , जेसीज चौराहे पर रावण जलाया गया और लोगों ने राम रावण के युद्ध को देखा। ग्रामीण क्षेत्रों में इसी प्रकार मेला लगाया गया था। सिकरारा खानापट्टी का रावण दहन मेला भी चर्चित है। इसके अलावा , बदलापुर, नौपेड़वा का रावण दहन भी किया गया है। रावण दहन सूरज ढलते पर ही किया गया। रावण दहन, भरत-मिलाप आदि कार्यक्रम के लिए प्रभावी पुलिस प्रबंध कर यातायात, शांति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित की गयी थी। पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। मछलीशहर के सराययुसुफ के मैदान में हर साल की तरह विशाल मेले का आयोजन किया गया जहां दर्जनों आस पास के गांवों के लोग मेला देखने आये और अन्त में राम रावण युद्ध के बाद रावण का पुतला दहन किया गया। मेले में बच्चो ने खिलौने मिठाई लाई चूना, आदि की खरीददारी किया।




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