(जौनपुर)युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं भगतसिंह

  • 28-Sep-25 12:00 AM

जौनपुर 28 सितंबर (आरएनएस )। आजादी आंदोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारी शहीद-ए-आजम भगतसिंह के 118 वें जन्म दिवस के अवसर पर रविवार को को सल्तनत बहादुर इण्टर कॉलेज बदलापुर में काकोरी-ऐक्शन शताब्दी वर्ष आयोजन समिति के तत्वावधान में भगतसिंह जयंती समारोह आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। अध्यक्षता राजन सिंह और संचालन- मिथिलेश कुमार मौर्य ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत भगतसिंह व अन्य क्रांतिकारियों और महापुरुषों की फोटो कथन प्रदर्शनी का उद्घाटन करके किया गया। उद्घाटन पारसनाथ सिंह ने किया। मुख्य वक्ता अशोक मिश्रा उड़ीसा ने कहा कि, यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एक ऐसे समय में होने जा रहा है, जब हमारे देश के लोग जीवन के सभी क्षेत्रों में चौतरफा संकट से जूझ रहे हैं। आजादी के 78 वर्षों बाद भी शहीद-ए-आजम भगतसिंह और उनके गैर समझौतावादी क्रांतिकारी साथियों का सपना पूरा नहीं हो पाया है। भगतसिंह ने पंजाब के गवर्नर को आखिरी खत लिखते हुए कहा था- ..जंग जारी है। यह अलग-अलग समय अलग-अलग रूप में हो सकती है, कभी यह गुप्त रूप अख्तियार कर सकती है, कभी यह आन्दोलन का रूप ले सकती है, कभी यह जीवन-मौत की लड़ाई का भीषण रूप भी अख्तियार कर सकती है। ... जब तक समाजवादी गणराज्य स्थापित नहीं हो जाता, आज की व्यवस्था पूरी तरह जड़ से उखाड़ कर खुशहाली पर आधारित नई व्यवस्था कायम नहीं हो जाती और हर तरह की लूट-खसोट का अंत नहीं हो जाता तथा मानवता सच्ची और स्थाई शांति के युग में प्रविष्ट नहीं हो जाती, तब तक यह जंग पूरे जोर शोर से, लाजवाब दिलेरी के साथ और अटल इरादे के साथ लड़ी जायेगी। मुख्य अतिथि अजय कुमार श्रीवास्तव पूर्व जिला जज ने कहा- भगतसिंह आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं, जिसे समाज में ले जाना बेहद जरूरी है। ष्मेरा रंग दे बसंती चोलाष् गीत गा कर उन्होंने अपना वक्तव्य समाप्त किया। वक्ताओं में प्रो. ब्रजेश सिंह कटियार राजवेन्द्र सिंह सचिन जैन प्रमोद कुमार शुक्ल, दिलीप कुमार खरवार और अपर्णा शुक्ला ने सम्बोधित किया।




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