(जौनपुर)राम कथा में श्री राम जानकी के विवाह पर प्रकाश डाला

  • 29-Oct-23 12:00 AM

जौनपुर 29 अक्टूबर (आरएनएस) । पं0 शान्तनु जी महराज ने नगर के बीआरपी कालेज के मैदान में चल रही राम कथा मे राम और सीता के विवाह पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शुभ घडियो के इन्तजार मे बैठे बाराती मिथिलावासियो के स्वागत-सत्कार से प्रसन्न होकर अब देर नही करना चाहते विवाह के शुभ घडियो मे तैयार हो बैठे हुए है। इसके पूर्व राजा जनक ने धनुष यज्ञ की प्रतिज्ञा दोहराई जिसे बारी बारी से आए राजकुमारो ने धनुष तोडने मे असफल रहे।विश्वामित्र के आदेश से श्री राम जी ने शिव धनुष की तोडने मे सफलता पाई ।जिस खबर से परशुराम क्रोधित होकर दरबार मे आए लेकिन लक्ष्मण से विवाद होने पर राम ने संकेत से सब शान्त कर दिया महराज ने आगे बताया कि महर्षि विश्वामित्र के अनुरोध पर राजा जनक ने राम का सीता से और उर्मिला का लक्ष्मण से विवाह का प्रस्ताव की अनुमति मांगी । राजा जनक ने खुशी खुशी अपनी सीता और राम के विवाह के साथ ही उर्मिला और लक्ष्मण का भी विवाह कर दिया । राजा जनक ने इस विवाह के शुभ मुहूर्त का ध्यान करते ही अपने भाई कुश ध्वज के दो पुत्रियो का विवाह भी भरत और शत्रुघ्न का भी विवाह का प्रस्ताव दिया । जिसे अयोध्या नरेश दशरथ ने बडी सहजता से मान लिया । ब्राह्मणो के मंत्रो द्वारा इस मौके पर सभी चारो राजकुमारो का विवाह सम्पन्न हो गया ।राजकुमारी मांडवी का भरत से और श्रुतकीर्ति का शत्रुघ्न से विवाह सम्पन्न हो गया । इस मौके पर स्वर्ग से देवताओ ने पुष्प वृष्टि की ।यह विलक्षण समय देखने योग्य था ।चारो बहुओ और राजकुमारो ने विवाह समारोह मे आए सभी ऋषियो संतो मुनियो तथा राजा दशरथ का आशिर्वाद लेकर परिणय सूत्र मे बधना स्वीकार कर लिया । मिथिला की कुमारिया मंगल गीत गाने लगी ।कहती है कि चारो दुल्हा मे बडका निहाल सखिया ।सलोने रूप वाले राम पर मिथिला की कुमारिया खुश होती है और कहती है कि राम का रूप हृदय मे बसाने के योग्य है ।अब सीता के भाग्य उदय हो गए ऐसा सखिया कहने लगी। इस कथा के आयोजक ज्ञान प्रकाश सिंह धर्म प्रेमी ने भक्तो का काफी ध्यान रखा गया है। कथा का प्रसारण टी वी व यू ट्यूब चैनल से भी हो रहा है । कथा का विश्राम 31 अक्टूबर को होने वाला है ।




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