(दतिया)सहायक उपनिरीक्षक ने थाना परिसर में फांसी लगाई

  • 23-Jul-25 12:00 AM

दतिया 23 जुलाई (आरएनएस)। थाना गोदन में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) प्रमोद पावन (55) ने थाना परिसर स्थित सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव मंगलवार सुबह फंदे पर लटका मिला है। उन्होंने सुसाइड के पहले तीन वीडियो बनाकर देर रात बेटे को भेजे थे। प्रमोद वीडियो में थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया सहित चार लोगों पर प्रताडऩा के आरोप लगा रहे हैं। प्रमोद के तीन वीडियो सुबह सामने आए हैं। भिंड जिले के बम्बनपुरा गांव के रहने वाले एएसआई प्रमोद वीडियो में कह रहे हैं कि उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया। पिछले 15 दिनों से थाने से बाहर नहीं जाने दिया गया। थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया, थाना प्रभारी टीआई अनफासुल हसन, गोदन थाने के ड्राइवर रूपनारायण यादव और रेत व्यवसायी बबलू यादव ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया।एसपी सूरज कुमार वर्मा ने दोपहर बाद अरविंद भदौरिया और आरक्षक रूपनारायण को लाइन अटैच कर दिया। प्रदीप शर्मा को गोदन थाने का नया प्रभारी नियुक्त किया है।प्रमोद के बेटे धीरेंद्र ने बताया कि रात में पापा ने मुझे वीडियो भेजे थे। सुबह करीब साढ़े 5 बजे वीडियो को देखकर मैंने उनको कॉल किया। उन्होंने फोन नहीं उठाया तो चाचा को जानकारी दी। चाचा ने भी कॉल किया, लेकिन फोन नहीं उठा। चाचा ने किसी को कमरे पर भेजा, जहां वे फंदे पल लटके मिले।पापा ने जो वीडियो मुझे भेजे थे, उसमें वे थाना प्रभारी और ड्राइवर को प्रताडि़त करने की बात कह रहे हैं। वीडियो में वे बता रहे हैं कि थाना प्रभारी ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहे। वे कह रहे हैं कि तुम नीची जाति के हो। ट्रक के नीचे कुचल दिए जाओगे, मर जाओगे तुम कुछ नहीं कर पाओगे। हम थाना प्रभारी और उसके सहयोगी पर कार्रवाई चाहते हैं।प्रमोद पावन के छोटे भाई अनिरुद्ध दतिया के बड़ौनी थाने में हेड कॉन्स्टेबल हैं। अनिरुद्ध ने बताया कि भतीजे धीरेंद्र के कहने पर मैंने भाई को कॉल किया। कॉल रिसीव नहीं हुआ तो धीरेंद्र को उनके आवास पर भेजा, जहां वे फांसी पर लटके मिले।अनिरुद्ध ने बताया कि प्रमोद को दो साल पहले प्रमोशन मिला था, जिसके बाद उनका ट्रांसफर भिंड जिले के गोहद थाने से दतिया जिले में हुआ था। पहले वे पंडोखर थाने में पदस्थ रहे। करीब 10 माह पहले उनका ट्रांसफर गोदन थाने में कर दिया गया था। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। प्रमोद का कभी किसी से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं रहा और न ही उनके खिलाफ कोई विभागीय जांच चल रही थी।घटनास्थल पर पहुंचे सेवढ़ा एसडीओपी अजय चनाना ने अनिरुद्ध की बात दतिया एसपी सूरज वर्मा से करवाई। बातचीत में अनिरुद्ध ने कहा कि कई बार अपने भाई के साथ पहुंचकर आपसे शिकायत की थी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने एसपी से आग्रह किया कि अब निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। एसपी वर्मा ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया है।एसपी सूरज वर्मा ने बताया कि मामले की जांच डीएसपी अजाक उमेश गर्ग को दी गई है। जो वीडियो सामने आया है उसकी भी जांच की जा रही है। एक विशेष टिम भी गठित की जा रही है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगी। अधिकारी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का भरोसा दिला रहे हैं। उमेश गर्ग ने बताया कि जो भी साक्ष्य सामने आएंगे, उनके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।




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