(देहरादून) बिजली के लाइन लॉस में पांच साल में आई 5.80 प्रतिशत कमी
- 19-Nov-24 12:00 AM
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- लाइन लॉस 20.44 प्रतिशत से कम होकर पहुंचा 14.64 प्रतिशत बिजली की मांग में 10 प्रतिशत बढऩे के बावजूद लाइन लॉस घटाने का दावादेहरादून, 19 नवम्बर (आरएनएस)। ऊर्जा निगम मैनेजमेंट ने पांच साल में लाइन लॉस में 5.80 प्रतिशत की कमी का दावा किया। निगम मैनेजमेंट ने पांच साल के आंकड़े जारी करते हुए बताया कि लाइन लॉस 20.44 प्रतिशत से कम होकर 14.64 प्रतिशत पहुंच गया है। जबकि बिजली की मांग इस बीच 10 प्रतिशत बढ़ गई है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद इस लाइन लॉस के और कम होने का दावा किया जा रहा है।एमडी ऊर्जा निगम अनिल कुमार ने बताया कि पांच सालों में लाइन लॉस में बड़ी कमी आई है। कहा कि इस बीच बिजली की मांग 10 प्रतिशत बढ़ी है। इससे साफ है कि यूपीसीएल के मजबूत पॉवर सप्लाई सिस्टम के लिए बेहतर अहम कदम उठाए गए हैं। क्योंकि बिजली की मांग बढऩे के साथ ही लाइन लॉस बढ़ता है, जबकि ऊर्जा निगम ने इसे कम कर न्यूनतम स्तर पर लाने की दिशा में अहम कदम उठाए हैं। लगातार बढ़ती मांग की आपूर्ति को सप्लाई सिस्टम को मजबूत बनाया गया।कहा कि नए सब स्टेशनों का निर्माण किया गया। नई बिजली लाइनें प्रदेश भर में स्थापित की गईं। वर्ष 2023-24 में प्रदेश भर में बिजली सप्लाई सिस्टम बनाए रखने को 4350 ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए। एनर्जी एकाउन्टिंग को बेहतर बनाने को 59212 ट्रांसफार्मर और 2602 फीडर पर भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इससे बिजली व्यवस्था के डिजिटलीकरण, ऑटोमेशन, दक्षता में बढ़ोत्तरी होगी। लाइन लॉस और कम होंगे।कहा कि आरडीएसएस योजना में लाइन लॉस कम किए जाने की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं। बिजली उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराई जानी है। इसके लिए मानक भी तय किए गए हैं। बिलिंग सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही राजस्व कलेक्शन सिस्टम को भी मजबूत किया जाना है। स्मार्ट मीटर सिस्टम के साथ ही स्काडा, आरटी डैस सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है।लाइन लॉस कम करने से मिलेगी सस्ती बिजलीएमडी अनिल कुमार ने बताया कि लाइन लॉस कम करने से उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। लाइन लॉस और कम होने से भविष्य में बिजली की दरें और अधिक कम हो सकेंगी। अभी पिछले चार से पांच महीने में ऊर्जा निगम ने बिजली उपभोक्ताओं के 324 करोड़ रुपए लौटाए हैं।
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