
(धमतरी) एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर सरकार की शिक्षा-विरोधी नीतियों के विरुद्ध प्रदर्शन किया
- 14-Jul-25 11:54 AM
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0 बस्ता खाली-जेब खाली छात्र अधिकार आंदोलन, प्रथम चरण
धमतरी, 14 जुलाई (आरएनएस)। आज भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन धमतरी द्वारा गाँधी मैदान में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का पुतला दहन कर सरकार की शिक्षा-विरोधी नीतियों के विरुद्ध ज़ोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी बिना अनुमति राजीव भवन के भीतर घुस आए और कार्यकर्ताओं को हटाने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप जबरन झूमाझटकी हुई और दर्जनों छात्र-कार्यकर्ता घायल हुए।

भारी पुलिस बल द्वारा पुतला दहन को रोकने का प्रयास किया गया जो विफल रहा....
कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष श्री राजा देवांगन ने किया। उन्होंने कहा कि—
1. बिलासपुर के बहुचर्चित क्कङ्खष्ठ सब-इंजीनियर परीक्षा घोटाले ने प्रदेश की परीक्षा प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है; ।
2. शासकीय एवं निजी स्कूलों में लगभग एक महीने बाद भी पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं, जिससे जिले द्मद्गढाई लाख से अधिक विद्यार्थी किताबों के बिना पढऩे को मजबूर हैं।
3. निजी स्कूल शासन के दिशानिर्देशों को धता बताकर मनमाने ढंग से फीस बढ़ा रहे हैं और अभिभावकों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
4. शासकीय कॉलेजों में जनभागीदारी एवं अशासकीय शुल्क के नाम पर अवैध फीस-वृद्धि लागू कर दी गई है—जनरलब्लॉक से लेकर स्ञ्ज/स्ष्ट तक किसी छात्र को राहत नहीं।
5. जिला शासकीय पुस्तकालय में बेरोजग़ार युवाओं और प्रतियोगी परीक्षार्थियों से भी शुल्क वसूला जा रहा है, जो सरासर अन्यायपूर्ण है।
6. शिक्षक-कमी के कारण दर्जनों शासकीय विद्यालयों में तालाबंदी जैसी स्थिति बनी हुई है; विद्यार्थियों का शैक्षिक भविष्य दांव पर है, फिर भी सरकार मौन है।
देवांगन ने चेताया—
आज का पुतला-दहन 'बस्ता खाली-जेब खाली छात्र अधिकार आंदोलनÓ का पहला चरण है। यदि राज्य सरकार जल्द से जल्द स्पष्ट कार्ययोजना घोषित नहीं करती—पुस्तकें वितरित, अवैध फीस-वृद्धि रद्द, नकल माफिया पर कठोर कार्रवाई,ष्टक्चढ्ढ जांच और शिक्षक-रिक्तियाँ भरने का वचन नहीं देती—तो आंदोलन और ज़्यादा व्यापक, तेज़ और निर्णायक होगा। छात्र-युवा चुप नहीं बैठेंगे। आंदोलन में जिला, ब्लॉक तथा कॉलेज-स्तर के सैकड़ों छात्र-कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने घायलों को प्राथमिक उपचार दिलाने के बाद चेतावनी दोहराई कि सरकार को अब चेतावनी नहीं, जवाब चाहीए—वरना हम सड़क से विधानसभा तक संघर्ष करेंगे।इस दौरान राजा देवांगन नमन बंजारे जय श्रीवास्तव विश्व देवांगन नोमेश सिन्हा चितेंद साहू पारस मणि साहू सूरज पासवान देवेंद्र देवांगन आशुतोष खरे सुदीप सिन्हा उदय गुरु हार्दिक साहू गजेंद्र साहू उमेश साहू इंदर साहू संजू नेताम हिमांशु ध्रुव सुनील सोम प्रियेश निर्मलकर लक्की ध्रुव दुर्गेश साहू भावेश ढीमर रोशन वंदे आशीष साहू महेंद्र महिलांग गौरव साहू देवेंद्र साहू पूर्णानंद यादव भावेश साहू दिनेश वाधवानी नोमेश कोशरिया सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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