(धमतरी) स्वस्थ नारी सशक्त नारी अभियान: भोथली में 153 छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण, नि:शुल्क दवाइयां वितरित

  • 20-Sep-25 12:37 PM

         
छात्र-छात्राओं का रक्त व नेत्र परीक्षण भोथली में किया गया

धमतरी -20 सितबंर (आरएनएस )। स्वस्थ नारी सशक्त नारी अभियान के तहत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भोथली में एक स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 153 छात्र-छात्राओं का नेत्र और रक्त परीक्षण किया गया। इस अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से बालिकाओं और महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। शिविर में स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ सभी लाभार्थियों को नि:शुल्क दवाइयां वितरित की गईं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हुईं।अभियान का उद्देश्य और महत्व स्वस्थ नारी सशक्त नारी अभियान स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया एक महत्वाकांक्षी कदम है। इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना, विशेषकर किशोरियों और महिलाओं के लिए, ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें और अपनी क्षमताओं का पूर्ण उपयोग कर सकें। इस पहल के तहत नेत्र और रक्त परीक्षण के साथ-साथ स्वास्थ्य जागरूकता सत्र आयोजित किए जाते हैं, जो बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।शिविर का आयोजन और विशेषज्ञों की भूमिका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंडेल के सहयोग से आयोजित इस शिविर में नेत्र सहायक अधिकारी डॉ. भूपेंद्र साहू ने नेत्र परीक्षण का नेतृत्व किया। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट ओमकुमार चंद्राकर ने रक्त परीक्षण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया। डाटा एंट्री ऑपरेटर अर्जुन सिंह ने शिविर के दस्तावेजीकरण में सहयोग दिया, जबकि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एच.एल. कुर्रे ने समस्त गतिविधियों की निगरानी की। शिक्षा और स्वास्थ्य का संगम कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम अधिकारी और प्रभारी प्राचार्य गणेश प्रसाद साहू गाइड कैप्टन मंजूषा साहू धनंजय सोनकर रामशरण मिश्रा राकेश साहू रेखा देहारी की उपस्थिति ने इस शिविर को और प्रभावी बनाया। उनके साथ अन्य शिक्षक स्टाफ ने भी सक्रिय योगदान दिया।  साहू ने अपने संबोधन में कहा, वस्थ नारी सशक्त नारी अभियान केवल स्वास्थ्य जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों और विशेष रूप से बालिकाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।  उन्होंने इस तरह के शिविरों को ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।जागरूकता और समुदाय की भागीदारी शिविर में छात्र-छात्राओं ने स्वास्थ्य जागरूकता सत्रों में हिस्सा लिया, जहां नेत्र और रक्त संबंधी सामान्य समस्याओं, उनके लक्षणों और रोकथाम के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बच्चों को नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वच्छता के महत्व को समझाया। स्थानीय समुदाय ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में ऐसे और शिविरों के आयोजन की मांग की*




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment