(धार)चाहे कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी आ जाएं, मै फार्म वापस नहीं उठाऊंगा- कुलदीप सिंह बुंदेला
- 22-Oct-23 12:00 AM
- 0
- 0
-धार जिले की तीन विधानसभा सीटों में हुई बगावत, फूटा आक्रोश, टिकिट न मिलने से नाराज धार से बुंदेला, धरमपुरी से राजुखेड़ी, बदनावर से टिंकू -बना ने सभी पदों से दिया इस्तीफा, निर्दलीय रूप से लड़ेगे चुनाव-बुंदेला ने लगाया आरोप टिकिट में होती हैं सौदेबाजी, जन भावना का नही रखा ध्यानधार 22 अक्टूबर (आरएनएस)। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस में चल रही टिकिट के लिए आपसी खींचतान, गुटबाज़ी उस समय चरम सीमा पर पहुंच गई जब कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की। सूची जारी होते ही इस्तीफों का दौर शुरू हो गया। धार जिले में टिकिट न मिलने से नाराज कांग्रेस के कुलदीप सिंह बुंदेला धार विधानसभा, अभिषेक टिंकू बना बदनावर विधानसभा, गजेंद्र सिंह राजुखेड़ी धरमपुरी विधानसभा सीट से टिकिट न मिलने के कारण कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता व सभी पदों से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फार्म भरने की घोषणा कर दी।आपको बता दें कि धार जिले की धरमपुरी विधानसभा सीट से तीन बार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजुखेड़ी ने पार्टी पर अपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा संगठन को भेज दिया। वहीं बदनावर विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवार की मांग लंबे समय से चल रही हैं और स्थानीय उम्मीदवार को नजर अंदाज करते हुए बाहरी प्रत्याशी भाजपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले भंवर सिंह शेखावत को टिकिट देने से असंतोष के स्वर उभरकर सामने आएं। जिससे स्थानीय उम्मीदवार अभिषेक टिंकू बना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने का फैसला ले लिया।हम बात करें धार विधानसभा सीट पर काफी मशक्कत, जद्दोजहद के बाद कांग्रेस की सूची में श्रीमती प्रभा बालमुकुंद सिंह गौतम का नाम आते ही बुंदेला समर्थको में आक्रोश फूट पड़ा। कुलदीप सिंह बुंदेला ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मुझे 2018 के विधानसभा चुनावों में जीतू पटवारी व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 2018 में अपना फार्म वापस उठा लो अगली बार आपको ही उम्मीदवार बनाया जायेगा। उनके मुताबिक मैंने संगठन की बात को तवज्जो देते हुए अपना फार्म वापस ले लिया था। विधानसभा 2023 के चुनावों के लिए कमलनाथ ने मुझसे वादा किया था कि धार विधानसभा से कुलदीप सिंह बुंदेला और बदनावर विधानसभा क्षेत्र से बालमुकुंद सिंह गौतम को टिकिट देने की बात कही गई थी और हरी झंडी बताते हुए तैयारी करने के स्पष्ट संकेत दे दिए थे। प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर मैंने सारे बूथ स्तर पर प्रभारी, मंडल स्तर पर नियुक्तियां कर सारी चुनावी तैयारियां कर ली थी। कांग्रेस की सूची में धार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की पराजित प्रत्याशी श्रीमती प्रभा गौतम को टिकिट दे दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जन भावना को नजर अंदाज करते हुए मुझे टिकिट नही दिया है जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा। टिकिट नही मिलने से मेरे समर्थको में भारी आक्रोश है और कार्यकर्ताओं के निर्देश पर ही मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा संगठन को ई मेल के माध्यम से भेज दिया है और निर्दलीय स्वतन्त्र रूप से धार विधानसभा चुनाव लडऩे का फैसला कर लिया है अब चाहे कमलनाथ आ जाएं, या दिग्विजय सिंह आ जाएं, या राहुल गांधी आ जाएं मै अपना फार्म वापस नहीं लूंगा। कुलदीप सिंह बुंदेला ने कहा कि कांग्रेस में टिकिट की सौदेबाजी होती हैं और मैं कोई करोड़पति नहीं हूं जो जमीन जायदाद को बेचकर टिकिट खरीद सकूं। मेरी ताकत मेरे कार्यकर्ता हैं, कार्यकर्ताओं के निर्देश पर ही मैंने निर्णय लिया है कि सभी उपस्थित एक हजार कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से व सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। पत्रकारों के बात करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह की दोस्ती भाजपा के नेता माननीय विक्रम वर्मा जी से जगजाहिर है और जैसे ही यह पता चला कि भाजपा से श्रीमती नीना वर्मा का टिकिट फायनल हो रहा है तो उन्होंने जन भावना का ध्यान न रखते हुए मेरा टिकिट काटकर, सौदेबाजी करते हुए श्रीमती प्रभा बालमुकुंद सिंह गौतम को दे दिया है। जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
Related Articles
Comments
- No Comments...