(नईटिहरी)हिमालय जागरण यात्रा का हुआ समापन

  • 07-Oct-25 12:00 AM

नई टिहरी 7 अक्टूबर (आरएनएस)। आस्था, संस्कृति और पर्यावरण चेतना की प्रतीक 41 वीं खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा ऐतिहासिक पड़ावों बूढ़ाकेदार, चूलागढ़ बासर स्थित राजराजेश्वरी, प्रथम केदार बेलेश्वर होते हुए सीमांत गांव गंगी तक श्रद्धा और सामाजिक जागरूकता के साथ संपन्न हुई। यात्रा का आयोजन दिल्ली से 3 अक्तूबर को पर्वतीय लोकविकास समिति, इंद्रमणि बडोनी कला एवं साहित्य मंच, देवलिंग खतलिंग पर्यटन विकास समिति और भिलंगना क्षेत्र विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। जिसका उद्देश्य युवाओं में हिमालय के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व के प्रति जागरूकता लाना के साथ ही सतत विकास की दिशा में सामाजिक चेतना का प्रसार करना है। यात्रा को लेकर यहां घनसाली में आयोजित विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए अधिवक्ता लोकेंद्र दत्त जोशी और मुख्य वक्ता प्रो सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि खतलिंग यात्रा केवल आस्था नहीं बल्कि हिमालय को बचाने की चेतना है। कहा स्व इंद्रमणि बडोनी और स्व सुंदर लाल बहुगुणा के विचारों को धरातल पर उतारने की जरूरत है। वैज्ञानिक डॉ रामकृष्ण भट्ट ने कहा कि यात्रा जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संतुलन की चेतावनी है। वीर सिंह राणा ने कहा कि खतलिंग यात्रा पहाड़ की आत्मा है। तेजराम सेमवाल ने सीमांत गांवों को देश की सुरक्षा की पहली दीवार बताया। इस मौके पर जनकवि नरेंद्र सिंह नेगी गुंजन, बेलीराम कंसवाल ने भी विचार रखे। इस मौके पर आरबी सिंह, केशर सिंह रावत, महेश्वर प्रसाद सेमवाल, लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल, भीम सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत, लोकेंद्र रावत, सुनीता रावत, बबीता बर्थवाल, विवेकानंद मैठाणी, गणेश भट्ट, अरविंद राणा, हर्षमणि उनियाल मौजूद रहे।




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