(नीमच)देशभर में फेमस हो चुके 498ए चाय की दुकान वाले केके धाकड़ पर हुआ हमला, टपरी उजाड़ी

  • 15-Jun-25 12:00 AM

-पार्षद सास ने नपा चैयरमेन से टपरी हटाने की दिलवाई धमकी-क्या अब चाय की टपरी अंता में नही लगा पाएगा केके धाकड़नीमच 15 जून (आरएनएस)। पत्नी के दहेज केस से प्रताडित अठाना निवासी केके धाकड़ के न्याय मांगने की अनोखी मुहिम देशभर में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया से लेकर तमाम मीडिया प्लेटफार्म पर अब केके की चाय ही न्याय के लिए उबाल मार रही है।अठाना निवासी कृष्ण कुमार धाकड़ उर्फ केके धाकड़ जो की पत्नी के द्वारा लगाए गए 498ए के केस से प्रताडि़त होकर शालिनता से न्याय की मांग देशभर की सनसनी बन गई है, लेकिन इसी बीच चौकाने वाला मामला सामने आया है कि 14 जून की शाम अचानक केके धाकड़ पर हमला कर दिया गया। बताया जा रहा है कि शनिवार की शाम करीब 5 बजे अंता नगरपालिका चैयरमेन रामेश्वर खंडेलवाल, केके धाकड़ की सास, मोहित कालरा व मनीष नागर दर्जन भर लोगो के साथ केके धाकड़ की चाय की टपरी पर पहुंचे और केके की चाय की टपरी उसी दौरान उजाड़ दी। सरे बाजार गाली गलौज करते हुए टपरी हटाने की धमकी देते हुए केके का हाथ पकड़ कर मोबाईल तक छीन लिया और चाय के ठेले से सामान उठाकर सड़क पर फेंक दिया।*अंता में अकेले पड़े केके धाकड़*नीमच से 220 किमी दूर चाय की टपरी लगाकर पत्नी की प्रताडऩा से परेशान होकर न्याय के लिए लड़ रहे केके धाकड़ इस विवाद में अकेले पड़ गए। नपा के चैयरमेन के पॉवर के आगे टपरी पर बेठे ग्राहक भी बचाव के लिए आगे तक नही आए। मामले में केके धाकड़ ने बताया है कि वो पत्नी से ठगा जाने के बाद अब चाय का धंधा भी नही चला पा रहा है । भाजपा के नपा चैयरमेन की सरेआम गुंडागर्दी से अंता के रहवासी खौफ जदा हैजिस जगह मैं चाय की टपरी लगाता था और किराया देता था, वहां से सुबह तक जगह खाली करने फरमान आ गया है। सुनने में ये भी आया है कि अब अंता में कही भी केके धाकड़ की चाय की टपरी नही लगेगी, क्योंकि भाजपा के नपा चैयरमेन को एक वोट केके की सासुमॉ ने भी दिया है। केके धाकड़ की सासु मॉ अंता में पार्षद पद पर पदस्थ है और उसी का दुरूपयोग कर चैयरमेन से सांठगांठ कर केके की न्याय मांगने की मुहिम को अंता में ही दफन करने की साजिश रची जा रही है। केके धाकड़ को पहले दहेज केस से प्रताडि़त किया गया बाद में हर्जा — खर्चा का भी केस लगा दिया गया। ऐसे में सवाल यह भी है कि जब केके की पत्नी खुद को दिल्ली में विजा काउंसलर बताती थी और विजा काउंसलर की नौकरी छोड़कर अठाना में मधुमक्खी पालन का कार्य कर खुद को महिला सशक्तिकरण का आधार बता रही थी, तो ऐसे में क्या हुआ कि एक विजा कांउसलर को अब अपने ही पति से दफा 125 के तहत ऐलिमनी मांगनी पड़ रही है, जबकि केके की पत्नी का फैमिली बेग्राउण्ड भी हाल में पता चला है, जिसमें बताया जा रहा है कि केके की सास भाजपा समर्पित अंता क्षेत्र से पार्षद है और केके धाकड़ द्वारा अन्याय के खिलाफ न्याय मांगने की जिस मुहिम ने देशभर में उसे फैमस कर दिया है, जिससे नाराज अंता के कुछ सत्तारूड़ी अब अपना पॉवर इस्तेमाल करके केके धाकड़ को डरा धमका रहे है। केके की न्याय मांगने की इस मुहिम को येन—केन तरीके से बंद करवाना चाहते है।




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