(पन्ना)दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला का निधन
- 09-Jul-25 12:00 AM
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पन्ना 9 जुलाई (आरएनएस)। पन्ना टाइगर रिजर्व की नामचीन हथिनी वत्सला का आज मंगलवार दोपहर 1:30 बजे निधन हो गया। वत्सला की उम्र 100 साल से अधिक थी। वह लंबे समय से बीमार चल रही थी।पीटीआर में दादीÓ के नाम से मशहूर वत्सला हाथियों के कुनबे में एक खास स्थान रखती थी। वह न केवल अन्य हथिनियों के बच्चों की देखभाल करती थी, बल्कि नए बच्चों के जन्म के समय एक कुशल दाई की भूमिका भी निभाती थी।हथिनी की मौत की सूचना मिलते ही पीटीआर की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की, डिप्टी डायरेक्टर मोहित सूद और वन्यप्राणी डॉक्टर संजीव गुप्ता अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हिनौता कैम्प में हथिनी का अंतिम संस्कार किया गया।वत्सला को दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी माना जाता था। हालांकि जन्म का रिकॉर्ड उपलब्ध न होने की वजह से इसे गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया जा सका।पीटीआर प्रबंधन ने उसकी सटीक उम्र जानने के लिए दांतों के सैंपल भी लैब में भेजे थे, लेकिन वहां भी कोई निश्चित परिणाम नहीं मिल सका। वर्तमान में ताइवान की हथिनी लिंगवान के नाम दुनिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी का रिकॉर्ड दर्ज है।वत्सला का जन्म केरल के नीलांबुर वन में हुआ था। 1971 में उसे मध्य प्रदेश के होशंगाबाद लाया गया था। 1993 में उसे पन्ना टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित किया गया था। जहां वह 10 साल तक बाघों की ट्रैकिंग में मदद करती रही। 2003 में उसे सेवानिवृत्त कर दिया गया, लेकिन तब से वह अन्य हाथियों के बच्चों की देखभाल कर रही है। वत्सला को उसकी शांत स्वभाव और बच्चों की देखभाल करने की प्रवृत्ति के लिए जाना जाता है।
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