(प्रयागराज)अस्पताल की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे अभिभावक
- 06-Oct-25 12:00 AM
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हर पांचवा व्यक्ति पहुंच रहा जन्म प्रमाण पत्र में सुधार के लिए प्रयागराज 6 अक्टूबर (आरएनएस)। शासन ने लोगों की सुविधा के लिए अस्पताल से ही बच्चों के जन्म पर प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सुविधा मुहैया कराई जिसके तहत शासन ने अस्पताल संचालकों को नगर निगम से पासवर्ड के साथ ही निगम की वेबसाइट से सीधे जोड़कर वह जन्म प्रमाण पत्र जारी कर सकें, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि हर जोनल कार्यालय पर पांचवा व्यक्ति अपने बच्चों का कहीं नाम तो कहीं स्पेलिंग मिस्टेक सुधार करने के लिए चक्कर काट रहा है। समय व्यतीत हो जाने पर वह एसडीएम कार्यालय तक जाने को मजबूर हो रहा है लेकिन इससे अस्पताल प्रशासन को कोई भी फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। इसको लेकर अब यहां लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार बच्चों के जन्म पर 9 दिन के भीतर अस्पताल प्रशासन और नगर निगम के संयुक्त रूप से जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का प्रावधान बनाया गया। इसके लिए हर अस्पताल जो नगर निगम की वेबसाइट पर दर्ज हैं, उन्हें एक पासवर्ड उपलब्ध कराया गया। जिससे कि वह बच्चों के जन्म पर खुद उनका जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम से अप्रूवल लेकर जारी कर सकें।लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है यहां अस्पताल प्रशासन बेपरवाह हो गया है और कहीं नाम की मिस्टेक तो कहीं उनके पिता का नाम ऐसे तमाम मामले सामने आ रहे हैं। कहीं-कहीं तो केवल अस्पताल प्रशासन कागजी कोरम पूरा कर छोड़ दे रहा है जिससे लोग मजबूरन एसडीएम कार्यालय मैं प्रमाण पत्र के लिए चक्कर काट रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा यह है कि लोग अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र के लिए जिसे वह 9 दिन में हासिल कर सकते हैं उसके लिए उन्हें सालों साल नगर निगम से लेकर के एसडीएम कोर्ट तक चक्कर काटना पड़ रहा है लेकिन जन्म प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है। एक जोनल अफसर ने बताया कि अस्पताल प्रशासन को 9 दिन का समय दिया जाता है उसमें वह आसानी से जन्म प्रमाण पत्र जारी कर सकते हैं लेकिन वह जानबूझकर अक्सर कहीं नाम तो कहीं उनके पिता का नाम और कहीं जन्म तिथि गलत दे रहे हैं।बाद में ठीकरा नगर निगम के जोनल कार्यालय पर फोड़ रहे हैं। जिससे यहां हर दिन दर्जनों लोगों की भीड़ लग रही है। और नगर निगम अपने स्तर से समस्या का समाधान करा रहा है।
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