(प्रयागराज)हिंदू संगठन व अधिवक्ताओं ने तमिलनाडु सीएम का पुतला फूंका
- 08-Oct-25 12:00 AM
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प्रभु श्रीराम के अपमान के विरोध में प्रदर्शनप्रयागराज 8 अक्टूबर (आरएनएस)। प्रयागराज जिला न्यायालय परिसर में राष्ट्रवादी अधिवक्ताओं और हिंदू समाज के लोगों ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीरामÓ और धर्म का अपमान नहीं सहेंगेÓ जैसे नारे लगाते हुए एम.के. स्टालिन का पुतला दहन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के जिलाध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने किया।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्रभु श्रीराम का पुतला जलाने की घटना से हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उनका आरोप था कि इस घटना के बावजूद अब तक संबंधित लोगों पर कोई कार्रवाई न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इसे हिंदू समाज के अपमान और आस्था पर सीधा प्रहार बताया। इस अवसर पर अधिवक्ताओं और हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रयागराज के जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में मांग की गई कि प्रभु श्रीराम का अपमान करने वाले व्यक्तियों और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो हिंदू समाज देशभर में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। इसकी समस्त जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में राष्ट्रवादी अधिवक्ता, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद सहित विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रकाश द्विवेदी, कुश श्रीवास्तव, विनय कुमार गुप्ता (प्रखंड अध्यक्ष, भारद्वाज पुरम विश्व हिंदू परिषद), राम मणि शुक्ला, हिमांशु सिंह निक्की, सिद्धार्थ मिश्रा, आशीष मिश्रा, सुधीर तिवारी, राकेश जायसवाल, आयुष मिश्रा, रिंकू मिश्रा, शिव विमल श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, बैजनाथ श्रीवास्तव, निर्मल कुंदन, शरद गुप्ता, प्रमोद भारतीय, मनोज गौतम, विकास श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, अवधेश यादव, ध्रुव शुक्ला सहित सैकड़ों अधिवक्ता व हिंदू समाज के लोग शामिल थे।
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