(बाराबंकी)रातभर गूंजता रहा सूफियाना कलाम भोर मे हुआ सरकार वारिस पाक का कुल

  • 23-Oct-24 12:00 AM

देवा, बाराबंकी 23 अक्टूबर (आरएनएस)। जो रब है वही राम का संदेश देने वाले प्रसिद्ध सूफी संत हजरत हाजी सैय्यद वारिस अली शाह(रह) के कुल शरीफ की रस्म बुधवार सुबह अदा की गयी। इस दौरान कुल में भाग लेने के लिए देश के कोने कोने से हजारों अकीदत मंद यहाँ पहुचे थे।हजरत हाजी सैय्यद वारिस अली शाह (रह) के पिता दादामियॉ की याद मे लगने वाले एतिहासिक मेले के अवसर पर बुधवार की रात्रि भर सूफियाना कव्वाली के बाद या हक या वारिस के गगन भेदी नारों के बीच हजारों अकीदत मंदो की उपस्थिति मे वारिस पाक का कुल शरीफ संपन्न हुआ। इस दौरान आस्ताना आलिया को खूबसूरत ढंग से सजाया गया था। पूरा आस्ताना परिसर दुधिया व रंग बिरंगी रौशनी में नहाया हुआ है। हर तरफ वारिस पाक के आशिकों का सैलाब उमड़ता हुआ दिखायी दिया, सिरों पर चादरे और फूलो की डलिया लिए वारिस पाक के दीवानो की फौज पुरी रात वारिस पाक के दरबार में हाजिरी देकर अपनी मुरादें माँगते रहे, इस दौरान भारी भीड़ के कारण लोगों को आस्ताना आलिया तक पहुँचाने में काफी समय लग रहा था।इस अवसर पर बीतें दिनो से आस्ताना आलिया के समा खाने में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा था।रात्रि आस्ताना आलिया के समा खाना समेत हजरत सैय्यद कुर्बान अली शाह की दरगाह के सज्जादा नशीन हाजी सैय्यद उसमान गनी शाह और दीगर समा खानों में देश के विभिन्न स्थानो के अलावा स्थानीय मशहूर कव्वालों ने सूफी संत हजरत वारिस पाक की शान मे जोर दार तरीके से सूफियाना कलाम पेश कर अकीदत मंदो को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान वारिस पाक के दीवानो ने सरकार की शान मे कलाम सुनकर खूब पैसा कववालो को नजर किया। वारिस पाक के दीवाने पूरी रात जो जिस जगह पर था रौशनी में नहायी सरकार की दरगाह को निहारता रहा। यह मंजर देखते ही बन रहा था। कव्वालो के द्वारा वारिस पाक की शान में कलाम पेश करने का क्रम पूरी रात्रि जारी रहा।कव्वाल एक समा खाने से दूसरे समा खाने में सूफियाना कलाम पेश करते रहे जिसके कारण लाउड स्पीकरो की आवाज से पूरा कस्बा रात भर सूफियाना कलाम से गूँजता रहा। वही मेला कार्तिक में शामिल होने के लिए विभिन्न स्थानो से हजारोंअकीदत मंदो के आने का क्रम कुल शरीफ संपन होने से पूर्व तक जारी रहा।उर्स में शामिल होने आये जयरीन को जहाँ जगह मिली वही अपना डेरा डाल दिया।बुधवार की सुबह जैसे ही 4 बज के 13 मिनट पर कुल शरीफ की रस्म अदा हुई। कुल शरीफ की रस्म अदा होने के साथ ही अकीदतमंदो ने दरबार वारिस पाक में हाजिरी दी और अपने घरों की ओर वापसी का क्रम शुरू कर दिया।




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