(बाराबंकी)राम वन गमन की कथा सुन भावुक हुए श्रोता

  • 07-Oct-24 12:00 AM

रामसनेहीघाट, बाराबंकी 7 अक्टूबर (आरएनएस ) नगर पंचायत रामसनेहीघाट के सुमेरगंज में चल रही रामलीला के चौथे दिन भगवान राम की कलेवा, राम वनगमन व तमसा निवासी की सुंदर प्रस्तुति की गई। अयोध्यावासियों का प्रभु राम के प्रति प्रेम का भव्य मंचन किया। मंचन में राजा दशरथ अपने चारों पुत्र राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न का विवाह कर जनकपुर से अयोध्या लौटे। अयोध्यावासियों ने जश्न मनाया राजा दशरथ इस जश्न के बीच राम का राज्याभिषेक करने की इच्छा जाहिर करते हैं। इससे अयोध्या में खुशी का माहौल हो गया। दासी मंथरा के कहने पर रानी कैकेयी ने राजा दशरथ से अपने पुत्र भरत के लिए राजगद्दी व राम के लिए 14 वर्षों का वनवास मांग लिया। यह खबर जब अयोध्यावासियों को लगती है तो उनमें शोक की लहर दौड़ जाती है। अगले दृश्य में राम, लक्ष्मण व सीता के साथ वन जाने के लिए राजसी वस्त्र त्याग कर संन्यासी वस्त्र धारण कर निकल पड़ते हैं। वनवास के दौरान प्रभु श्री राम पहला विश्राम तमसा नदी के तट पर करते हैं। इसके बाद रथ पर सवार होकर श्रृंगवेरपुर के लिए चलते देते हैं।देवीगंज चौराहे पर डायग्नोस्टिक सेंटर का शुभारंभ हुआ।




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