(बाराबंकी)वरिष्ठ पत्रकार सैय्यद रिज़वान मुस्तफा को मिली जान से मारने की धमकी
- 12-Mar-25 12:00 AM
- 0
- 0
हुसैनी टाइगर गैंग के चीफ शमील शम्सी पत्रकारों और उलेमा के खिलाफ साजिशों में सक्रिय, डीजीपी से शिकायतबाराबंकी 12 मार्च (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। सीतापुर में पत्रकार की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक सैयद रिज़वान मुस्तफा को जान से मारने की धमकी मिली है। गत 12 मार्च 2025 की दिन में 3:10 बजे हुसैनी टाइगर गैंग के चीफ और हिस्ट्रीशीटर शमील शम्सी ने फोन पर गाली-गलौज की और हत्या की धमकी दी। इस बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है, जो पुलिस को सौंपी जाएगी।यह पहली बार नहीं है जब सैयद रिज़वान मुस्तफा पर हमला करने की कोशिश हुई हो। इससे पहले कल्बे आबिद प्लाजा के पास उन पर जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना पर चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी और पुलिस ने गैंगस्टर बाबर और शहजाद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। लेकिन इसके बाद भी शमील शम्सी लगातार फोन कर समझौते का दबाव बनाता रहा और धमकियां देता रहा कि अगर समझौता नहीं किया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। बताते चलें कि शमील शम्सी का नाम कल्बे आबिद प्लाजा और चौक स्थित जेपीबी गार्डन लान में असामाजिक तत्वों की बैठकों और गतिविधियों से जुड़ा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह एक गैंग बनाकर न केवल पत्रकारों को निशाना बना रहा है बल्कि उलेमा और धार्मिक संगठनों के खिलाफ साजिशें रचने में भी शामिल है।बाक्सडीजीपी से शिकायत, कार्रवाई की मांगसैयद रिजवान मुस्तफा ने डीजीपी उत्तर प्रदेश को लिखित शिकायत भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। अगर पुलिस इस पर तुरंत कार्रवाई नहीं करती, तो अपराधियों के हौसले और बढ़ जाएंगे।इस पूरे मामले को लेकर पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शमील शम्सी और उसके गुर्गों के फोन रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और उसके आपराधिक इतिहास की फिर से समीक्षा की जा रही है।अब देखना यह होगा कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस धमकी को कितनी गंभीरता से लेती है और हिस्ट्रीशीटर शमील शम्सी पर कब तक सख्त कार्रवाई होती है।
Related Articles
Comments
- No Comments...